Delhi NCR Rainfall: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार और गुरुवार (24 और 25 जुलाई) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. इससे पहले भी कई बार मौसम विभाग ने येलो अलर्ट दिया है, लेकिन बारिश नहीं हुई है.
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Delhi Rainfall Alert 24th July 2024: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जून के अंत में मॉनसून ने दस्तक दी थी और उम्मीद थी कि अब बारिश होने लगेगी. लेकिन, इसके बाद बारिश को लेकर किए गए पूर्वानुमान लगातार गलत हो रहे हैं और अलर्ट का बावजूद अब तक झमाझम बारिश नहीं हुई है. अब भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बार फिर बुधवार और गुरुवार (24 और 25 जुलाई) को दिल्ली में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने दिल्ली में हल्की से मध्य बारिश होने की उम्मीद जताई है. इसके साथ ही अगले कुछ दिनों में तापमान में भी गिरावट की संभावना जताई है. इस बीच बारिश गुजरात और महाराष्ट्र के कई जिलों में कहर बनकर बरस रही है. इस वजह से मुंबई, नागपुर, अहमदाबाद और सूरत समेत कई शहरों में वॉटर लॉगिंग की समस्या हो रही है.
दिल्ली में आज हो सकती है बारिश
दिल्ली में मंगलवार को कुछ इलाकों में बारिश हुई थी, जिसके बाद तापमान में गिरावट आई थी. लेकिन, धूप खिलने और आसमान साफ होने के बाद एक बार फिर गर्मी बढ़ गई और लोगों को भयंकर उमस का सामना करना पड़ा. मौसम विभाग (IMD) ने आज (24 जुलाई) दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. आईएमडी के मुताबिक, आज अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है.
अलर्ट के बाद भी दिल्ली में क्यों नहीं हो रही बारिश?
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 28 जून को झमाझम बारिश हुई थी और कई इलाकों में पानी भर गया था. इसके बाद उम्मीद थी कि मॉनसून के आगमन के बाद इस बार अच्छी बारिश होगी, लेकिन मौसम ने अब तक लोगों को निराश किया है. मौसम एक्सपर्ट्स के मताबिक 'मॉनसून ट्रफ' के मध्य भारत की ओर बढ़ने और फिर गुजरात की ओर शिफ्ट होने की वजह से दिल्ली में बारिश नहीं हो रही है. वहीं, गुजरात में जमकर बारिश हो रही है, जिस वजह से कई शहरों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
राजस्थान में सामान्य से अधिक गर्मी, उमस से लोग परेशान
राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित राज्य के अनेक इलाकों में कई दिन से अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है और लोग उमस से परेशान हैं. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार इस समय भरतपुर, जयपुर, बीकानेर संभाग में अधिकतम तापमान 36-43 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है जो कि सामान्य से 2 से 5 डिग्री सेल्सियस ऊपर हैं. हवा में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण उमस भरी गर्मी आगामी 24 घंटों के दौरान जारी रहने की संभावना है. इसके बाद अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस गिरावट होने की संभावना है.
मध्य प्रदेश में बारिश ने मचाई भारी तबाही
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के घुवारा क्षेत्र के कुटोरा गांव के पास धसान नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से नदी के उस पार गए 48 चरवाहे और मजदूर फंस गए. कड़ी मशक्कत के बाद मजदूरों और चरवाहों को रेस्क्यू करके सुरक्षित नदी के इस पर लाया गया. मध्य प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश ने जमकर तबाही मचा रखी है। प्रदेश के जबलपुर, खजुराहो, धार, भोपाल, बैतूल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, शिवपुरी, उज्जैन, दमोह, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सागर, टीकमगढ़, उमरिया और बालाघाट में भारी बारिश देखने को मिली जिससे आम जनजीवन प्रभावित नजर आया.
बारिश से गुजरात के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
गुजरात में भारी बारिश के बाद कई जिलों में भीषण जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है और हालात खराब हो गए हैं. सूरत में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, गुजरात के कई इलाकों में लगातार बारिश का दौर जारी है और अगले दो दिन ऐसे ही हालात रहेंगे.
#WATCH सूरत (गुजरात): बारिश के कारण सूरत में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। (23.07) pic.twitter.com/WZ0anreU4c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 24, 2024
महाराष्ट्र में बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिस वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त बना हुआ है. मुंबई के अलावा नागपुर में बारिश की वजह से कई इलाकों में वॉटर लॉगिंग की समस्या हो रही है. इस बीच आज (24 जुलाई) धामनी बांध के तीन फाटक खोले जाने हैं, जिसके मद्देनजर पालघर जिले में सूर्या नदी के तट पर बसे गांवों को चेतावनी जारी की गई. एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बांध से 93.09 क्यूमेक्स (एक घन मीटर प्रति सेकंड) पानी छोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि पानी धीरे-धीरे छोड़ा जाए, ताकि जलस्तर ज्यादा न बढ़े, लेकिन विक्रमगढ़, डहाणू और पालघर के तहसीलदारों और खंड विकास अधिकारियों को नदी के किनारे स्थित गांवों को चेतावनी जारी करने के लिए कहा गया है.