Amarnath Yatra: छड़ी मुबारक के साथ अमरनाथ यात्रा संपन्न, 52 दिनों में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
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Amarnath Yatra: छड़ी मुबारक के साथ अमरनाथ यात्रा संपन्न, 52 दिनों में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

Amarnath Yatra: रक्षाबंधन के पर्व पर छड़ी मुबारक रस्म के साथ पवित्र गुफा में भव्य पूजा के साथ अमरनाथ यात्रा संपन्न हो गई. इस साल 5.12 लाख तीर्थ यात्री पवित्र गुफा के दर्शन करने पहुंचे.

Amarnath Yatra: छड़ी मुबारक के साथ अमरनाथ यात्रा संपन्न, 52 दिनों में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

Amarnath Yatra: रक्षाबंधन के पर्व पर छड़ी मुबारक रस्म के साथ पवित्र गुफा में भव्य पूजा के साथ अमरनाथ यात्रा संपन्न हो गई. इस साल 5.12 लाख तीर्थ यात्री पवित्र गुफा के दर्शन करने पहुंचे. दक्षिण कश्मीर के पवित्र पर्वतीय मंदिर की वार्षिक अमरनाथ यात्रा 52 दिनों के बाद संपन्न हुई. 

5 लाख से अधिक भक्तों ने किया दर्शन

इस साल 5.12 लाख तीर्थ यात्रियों ने भगवान शिव के पर्वतीय मंदिर के दर्शन किए. पंचतरणी से पवित्र छड़ी मुबारक के साथ महंत स्वामी दीपेंद्र गिरि अंतिम यात्रा में पवित्र गुफा पहुंचे. पारंपरिक अनुष्ठानों और प्रार्थनाओं के बीच भव्य पूजा अर्चना की गई. यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी और सभी तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपायों के तहत यात्रा चली.

वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पारंपरिक पूजा

पवित्र छड़ी मुबारक के संरक्षक स्वामी दीपेंद्र गिरि ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के नेतृत्व में अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) द्वारा की गई बेहतर व्यवस्थाओं की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि श्रावण पूर्णिमा पर छड़ी मुबारक स्वामी अमरनाथ जी 'अमर गंगा' में पूजन करने के बाद सुबह 11 बजे पवित्र गुफा पहुंचे. भद्रा समाप्त होने के बाद दोपहर 1:30 बजे मुख्य पूजन शुरू हुआ. वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पारंपरिक पूजन और अनुष्ठान किए गए.

'हर हर महादेव'

अमरनाथ जी का पवित्र तीर्थ स्थान उस समय आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया जब पूजन के बाद सामूहिक रूप से सभी ने 'हर हर महादेव' का जाप शुरू किया. उन्होंने कहा कि छड़ी मुबारक कल सुबह कैंप पंचतरणी से रवाना होगी और पहलगाम में रात्रि विश्राम करेगी. पहलगाम में लिद्दर नदी के तट पर 21.08.2024 को पूजन और विसर्जन समारोह किया जाएगा. इसके साथ ही 2024 की अमरनाथ यात्रा समाप्त हो जाएगी. छड़ी मुबारक 14 अगस्त को श्रीनगर के दशनामी अखाड़ा मंदिर से यात्रा पर चली थी.

छड़ी मुबारक और अमरनाथ यात्रा

छड़ी मुबारक अमरनाथ यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह एक विशेष प्रकार की छड़ी होती है, जिसे भगवान शिव के प्रतीक के रूप में माना जाता है. इस छड़ी को यात्रा के दौरान पवित्र गुफा तक ले जाया जाता है और वहां पूजा की जाती है.

छड़ी मुबारक का महत्व

धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में, छड़ी को शक्ति और आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है. अमरनाथ यात्रा में, छड़ी मुबारक को भगवान शिव का प्रतिनिधित्व करने वाला माना जाता है.

यात्रा का समापन: अमरनाथ यात्रा का समापन छड़ी मुबारक को पवित्र गुफा में ले जाकर और उसकी पूजा करके किया जाता है. यह एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो यात्रा के अंत का प्रतीक है.

श्रद्धालुओं के लिए आशीर्वाद: श्रद्धालुओं का मानना है कि छड़ी मुबारक का दर्शन करने से उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

अमरनाथ यात्रा में छड़ी मुबारक की यात्रा

छड़ी मुबारक को यात्रा के दौरान विशेष रूप से सजाया जाता है और इसे श्रद्धालुओं के साथ पवित्र गुफा तक ले जाया जाता है. यात्रा के दौरान, छड़ी मुबारक को विभिन्न स्थानों पर पूजा जाता है और श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए रखा जाता है. छड़ी मुबारक की परंपरा सदियों पुरानी है. यह अमरनाथ यात्रा के साथ जुड़ी एक महत्वपूर्ण रस्म है. छड़ी मुबारक अमरनाथ यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह धार्मिक विश्वास और संस्कृति का एक प्रतीक है. श्रद्धालुओं के लिए, छड़ी मुबारक भगवान शिव के आशीर्वाद का एक माध्यम है.

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