सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) की अगुवाई में बीजेपी विधायकों का एक दल सोमवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिलने पहुंचा था. इस मुलाकात के बारे में ट्वीट करते हुए राज्यपाल ने बताया कि नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी की अगुवाई में 50 से ज्यादा बीजेपी विधायकों ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर गवर्नर से मुलाकात की.
Trending Photos
कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधान सभा चुनाव के नतीजों के बाद सूबे में उल्टी गंगा बहने लगी है. पहले टीएमसी से एक के बाद एक नेता बीजेपी में शामिल हो रहे थे अब ऐसा लग रहा है कि पार्टी की हार के बाद कई नेता फिर से टीएमसी का रुख कर सकते हैं. बंगाल की राजनीति का बड़ा नाम और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल रॉय (Mukul Roy) ने हाल ही में अपनी पुरानी पार्टी में वापसी की है. हालांकि अब भी सूबे में टीएमसी छोड़ बीजेपी में आए सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) की धाक जमी हुई है.
सुवेंदु अधिकारी की अगुवाई में बीजेपी विधायकों का एक दल सोमवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) से मिलने पहुंचा था. इस मुलाकात के बारे में ट्वीट करते हुए राज्यपाल ने बताया कि नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी की अगुवाई में 50 से ज्यादा बीजेपी विधायकों ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर गवर्नर से मुलाकात की. गवर्नर ने भी नेता विपक्ष और विधायकों को इस मुद्दे पर दखल देने का भरोसा दिया है.
गवर्नर के सामने विधायकों ने दावा किया कि चुनाव नतीजों के बाद राज्य में मुस्लिमों की ओर से हिन्दुओं को निशाना बनाया जा रहा है और उनपर लगातार हमले हो रहे हैं. इसके अलावा सूबे में दल-बदल कानून कानून को सख्ती से लागू करने की मांग भी राज्यपाल से की गई है. बीजेपी को डर है कि चुनावी नतीजों के बाद उसके और विधायक भी पाला बदलकर टीएमसी में जा सकते हैं.
ये भी पढ़ें: बंगाल में जारी है 'खेला', BJP कार्यकर्ता के परिवार को दी गई पैतृक गांव छोड़ने की धमकी!
सूबे में बीजेपी के 74 विधायक हैं लेकिन राज्यपाल से बैठक के दौरान 50 विधायक ही मौजूद रहे. इन सभी विधायकों ने चुनाव के बाद हुई हिंसा और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा.
इस मुलाकात के बाद कयास ये लग रहे थे कि आखिर बीजेपी के 24 विधायक इस बैठक का हिस्सा क्यों नहीं थे और क्या ये विधायक टीएमसी के संपर्क में हैं. इन कयासों से पर्दा उठाते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राजभवन की इजाजत से सिर्फ 30 विधायकों के डेलीगेशन को ही इस बैठक में शामिल होने का न्योता दिया गया था फिर भी उत्साहित होकर 50 विधायक राजभवन पहुंचे थे और फिर बाद किसी को रोका नहीं गया.
उधर, सुवेंदु अधिकारी ने बीते दिन मुकुल रॉय पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मुकुल रॉय विधायक पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो वह उनके खिलाफ विधान सभा अध्यक्ष को दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई के लिए आवेदन देंगे. मुकुल रॉय पिछले सप्ताह भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कृष्णानगर उत्तर सीट पर जीत हासिल की थी.