Uttarakhand: क्या किसी अनजान शक्ति को देखकर बदहवास रोई-चिल्लाई थी स्कूली छात्राएं? मामले में हुआ ये बड़ा खुलासा
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Uttarakhand: क्या किसी अनजान शक्ति को देखकर बदहवास रोई-चिल्लाई थी स्कूली छात्राएं? मामले में हुआ ये बड़ा खुलासा

Uttarakhand school girls Mass Hysteria: क्या उत्तराखंड (Uttarakhand) के बागेश्वर जिले (Bageshwar) के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं ने किसी अदृश्य शक्ति को देख लिया था, जिसके कारण वे रोने-चिल्लाने लगी थी या कोई और बात थी. इसका खुलासा अब हो गया है. 

Uttarakhand: क्या किसी अनजान शक्ति को देखकर बदहवास रोई-चिल्लाई थी स्कूली छात्राएं? मामले में हुआ ये बड़ा खुलासा

Uttarakhand school girls Mass Hysteria: उत्तराखंड (Uttarakhand) के बागेश्वर जिले (Bageshwar) के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली कई छात्राओं के एक साथ बदहवास होकर रोने-चिल्लाने और बेहोश होने का वीडियो हाल में वायरल हुआ है. इस मामले को स्थानीय लोग भूत-प्रेत को प्रकोप मान रहे हैं. उनका कहना है कि लड़कियों ने कुछ ऐसा देख लिया था, जिसके बाद वे बदहवास हो गई. इस मामले में सरकार की ओर से छात्राओं को इलाज और काउंसलिंग की सुविधा दी जा रही है. वहीं अब मामले की जांच में नया खुलासा हुआ है. 

8वीं की एक छात्रा से शुरु हुई घटना

घटना के बाद स्कूल का दौरा करने वाले बागेश्वर जिले (Bageshwar) के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरीश पोखरिया कहते हैं कि जांच में बाकी छात्राएं तो ठीक मिली लेकिन 8वीं क्लास की एक छात्रा का व्यवहार कुछ अलग मिला. उसे बाद में भी हिस्टीरिया के दौरे जैसे पड़ रहे थे. ऐसा लगता है कि वह छात्रा अपने साथियों के बीच लीडर की भूमिका में है. इसलिए उसे हिस्टीरिया के दौरे पड़ते देख बाकी छात्राएं भी वैसा ही महसूस करने लगीं. 

बिना वजह रोने-चिल्लाने लगी छात्राएं

डॉक्टर पोखरिया कहते हैं कि मास-हिस्टीरिया (Mass Hysteria) की शुरुआत उसी छात्रा से हुई. उसे देखकर क्लास में पढ़ने वाले 2 लड़के और 6 लड़कियां भी भी वैसी ही हरकत करने लगे. स्कूल के पास में मेडिकल स्टोर चलाने वाले एक व्यक्ति के मुताबिक लीडर छात्रा की एक बुजुर्ग रिश्तेदार ने कुछ दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उसका घर छात्रा के घर के पास ही था. छात्रा ने उस बुजुर्ग महिला की लाश पेड़ से लटकते हुए देख ली थी. शायद उसे इस बात का सदमा लगा था. इसलिए वह अजीब हरकतें कर रही थी. 

शरीर अपने आप छोड़ता है ऐसी तरंगे

उत्तराखंड के राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के मेंबर डॉक्टर पवन शर्मा भी इस बात से सहमति जताते हैं. वे कहते हैं कि दूसरों से प्रभावित होकर हमारा दिमाग अपने आप तरंगे छोड़ता है और फिर शरीर भी वैसा ही एक्शन शुरू कर देता है. जैसे किसी शोक के माहौल में अगर कोई एक व्यक्ति रोना (Mass Hysteria) शुरू कर देता है तो उसे देखकर बाकी भी रोने लगते हैं. 

बागेश्वर के मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सौन कहते हैं कि उत्तराखंड में इस तरह की घटनाएं सामान्य हैं. इससे पहले भी चमोली, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ समेत कई जगह ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं. करीब 2-3 दिन तक ऐसा चलता है और उसके बाद सब सामान्य हो जाता है. 

स्कूल में 26 जुलाई को हुई थी घटना

बताते चलें कि बागेश्वर जिले के रैखोली गांव में राजकीय जूनियर हाईस्कूल है. वहां पर कुल 55 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. छठी से आठवीं तक के इस स्कूल में 3 शिक्षकों की तैनाती है. इस स्कूल में 26 जुलाई को अचानक 8वीं कक्षा की छात्राएं रोने और चीखने (Mass Hysteria) लगीं. उस दिन संयोग से एक शिक्षक ही ड्यूटी पर मौजूद थीं. बच्चियों के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण भी स्कूल में पहुंच गए. कई लोगों ने छात्राओं को इस तरह चिल्लाते देख उसे भूत-प्रेत की घटना बताया. वहीं कई उन्हें शांत करने की कोशिश करते देखे गए. उन्हीं ग्रामीणों में से एक ने वीडियो बना लिया, जो बाद में वायरल हो गया. 

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