महिला आयोग ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत, कहा- 'अधिकारों की जीत है'
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महिला आयोग ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत, कहा- 'अधिकारों की जीत है'

महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं फैसले का स्वागत करती हूं. अब महिलाएं यह फैसला कर सकती हैं कि वे मंदिर जाना चाहती हैं या नहीं.’’ 

सबरीमाला मंदिर का फाइल फोटो...

नई दिल्ली : राष्ट्रीय महिला आयोग ने सबरीमाला मंदिर से संबंधित उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए शुक्रवार को कहा कि इस निर्णय से समानता के अधिकार की जीत हुई है. महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं फैसले का स्वागत करती हूं. अब महिलाएं यह फैसला कर सकती हैं कि वे मंदिर जाना चाहती हैं या नहीं.’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘जब आस्था का अधिकार और समानता का अधिकार एक साथ हों तो जीत समानता के अधिकार की होनी चाहिए.’’ गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को अपने फैसले में केरल के सबरीमाला स्थित अय्यप्पा स्वामी मंदिर में सभी आयु-वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दे दी.

प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने 4:1 के बहुमत के फैसले में कहा कि केरल के सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 वर्ष की आयु तक की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लैंगिक भेदभाव है और यह परिपाटी हिन्दू महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करती है.

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