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नई दिल्ली: भारी बारिश के कारण उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और बिहार (Bihar) में बाढ़ का कहर जारी है. कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. कई जगहों पर लोगों के घरों में कमर तक पानी भर गया है. सड़कों पर भी पानी भरा है, जिसकी वजह से आवाजाही लगभग ठप है. एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है.
उत्तर प्रदेश में प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह (Flood In UP) रही हैं, जिसके चलते 24 जिलों के करीब 605 गांवों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया गया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य के 24 जिलों में बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या 605 हो गई है. राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया जिलों में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
उन्होंने कहा कि औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा और प्रयागराज जिलों में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बेतवा नदी हमीरपुर में उफान पर है. लखीमपुर खीरी में शारदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसी तरह गोंडा में कुवानो नदी और उत्तर प्रदेश-राजस्थान सीमा पर चंबल नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
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हमीरपुर जिले में 75, बांदा में 71, इटावा और जालौन में 67-67, वाराणसी में 42, कौशांबी में 38, चंदौली और गाजीपुर में 37-37, औरैया में 25, कानपुर देहात और प्रयागराज में 24-24, फर्रुखाबाद में 23, आगरा में 20 और बलिया जिले में 17 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. राहत आयुक्त ने कहा कि मिर्जापुर, गोरखपुर, सीतापुर, मऊ, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बहराइच, गोंडा और कानपुर जिलों के गांवों में भी बाढ़ आई है.
बिहार (Flood In Bihar) में गंगा सहित कई प्रमुख नदियों में बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ का पानी नए इलाकों में फैलने लगा है. गंगा किनारे स्थित जिलों के जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है. गंगा के अलावा राज्य की प्रमुख नदियों में बागमती, बूंढ़ी गंडक, कमला बलान, पुनपुन खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जबकि कोसी और सोन भी उफान पर हैं.
जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि गंगा नदी बक्सर, पटना के दीघाघाट, गांधी घाट और हाथीदह तथा मुंगेर और भागलुपर के कहलगांव में खतरे के निशान से उपर बह रही हैं, जबकि पुनपुन नदी पटना के श्रीपालपुर में खतरे के निशान को पार कर गई है.
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इधर, बागमती नदी मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में और बूढ़ी गंडक खगड़िया में लाल निशान से ऊपर बह रही है. इसके अलावा कमला बलान मधुबनी के झंझारपुर रेल पुल के पास व जयनगर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. सोन नदी में भी जलस्तर बढ़ गया है. सोन नदी पर बने इंद्रपुरी बैराज के पास गुरुवार की सुबह छह बजे सोन का जलस्तर 76,606 क्यूसेक था जो आठ बजे सुबह बढ़कर 79,415 क्यूसेक पहुंच गया.
इस बीच कोसी नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. वीरपुर बैराज के पास कोसी नदी का जलस्तर सुबह छह बजे 1,40,870 क्यूसेक था, जो आठ बजे तक बढ़कर 1,44,745 क्यूसेक हो गया.
इधर, पटना जिले में सोन और गंगा के दियारा में 14 इलाके बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिए गए हैं. जिले में बचाव-राहत कार्य के लिए 18 जगहों पर राहत शिविर बनाए गए हैं. इसके अलावा कई जगहों पर सामुदायिक रसोई की शुरुआत की गई है.
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