ZEE जानकारी: NIA ने किया ISIS से प्रेरित मॉड्यूल का खुलासा
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ZEE जानकारी: NIA ने किया ISIS से प्रेरित मॉड्यूल का खुलासा

आज ये पता चला है कि ISIS से प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी एक आंतकवादी संगठन चल रहा था.

ZEE जानकारी: NIA ने किया ISIS से प्रेरित मॉड्यूल का खुलासा

आज हम सबसे पहले देश की राजधानी दिल्ली को दहलाने वाले एक बड़े आतंकवादी षडयंत्र का विश्लेषण करेंगे. जिसका डर था, आज वही हुआ है. हम पिछले 4 वर्षों से पूरे देश को ये आगाह कर रहे हैं कि देश में आतंकवादी संगठन ISIS का वजूद है और इस संगठन से प्रभावित होकर बहुत से युवा आतंकवाद के जानलेवा रास्ते पर चल पड़े हैं. कश्मीर में तो ये बात बहुत पहले ही साबित हो चुकी थी. लेकिन आज ये पता चला है कि ISIS से प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी एक आंतकवादी संगठन चल रहा था. जिसका आज National Investigation Agency ने पर्दाफाश किया है.

आज हम आपको इस आतंकी संगठन के बारे में पूरी जानकारी देंगे. और ये भी बताएंगे कि कैसे 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली और NCR को दहलाने की साज़िश नाकाम हुई है. इस संगठन ने पूरी दिल्ली में बम धमाके करने और फिदायीन हमला करने की योजना बनाई थी . और ये हमले भीड़भाड़ वाले इलाक़ों में होने थे. ये एक ऐसी ख़बर है, जिसे देखकर आपको अपने बच्चों की चिंता होने लगेगी. 

सबसे पहले हम आपको कुछ तस्वीरें दिखाना चाहते हैं. 

ये तस्वीरें हथियारों के उस ज़खीरे की हैं, जो आज की छापेमारी में NIA ने बरामद किया है. अपराधियों या आतंकवादियों से हथियार मिलना कोई नई बात नहीं है. लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में किसी मोहल्ले में रॉकेट लॉन्चर मिलने की कोई ख़बर आपने न कभी सुनी होगी और ना ही पढ़ी होगी. लेकिन ये रॉकेट लॉन्चर दिल्ली के जाफराबाद इलाके से बरामद किया गया है.

NIA ने आज सुबह दिल्ली और यूपी की 17 जगहों पर छापेमारी की. 

ये छापेमारी अमरोहा, हापुड़, मेरठ, लखनऊ और दिल्ली में हुई. 

NIA ने ISIS के Module 'हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम' से जुड़े 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 

ये सभी दिल्ली और NCR में बड़े संस्थानों, संवेदनशील जगहों और भीड़ भाड़ वाले इलाकों में आतंकवादी हमले की योजना बना रहे थे. 

इस Module के मास्टरमाइंड का नाम मोहम्मद सुहैल है, जो अमरोहा के एक मदरसे में मुफ्ती है. 

पूछताछ में NIA को पता चला कि सुहैल और उसके साथियों ने बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री खरीदी थी. इनका इरादा iEDs और टाइम बम बनाने का था, ताकि दिल्ली में फिदायीन हमला किया जा सके.

इसके बाद NIA ने दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर में 6 जगहों पर.. और अमरोहा, हापुड़, मेरठ और लखनऊ में 11 जगहों पर.. छापेमारी की. 

छापेमारी में पुलिस ने 25 किलो.. बम बनाने का सामान, बरामद किया. 

इसके अलावा 12 पिस्टल, 150 कारतूस, 1 रॉकेट लॉन्चर, 112 Alarm Clocks, 91 मोबाइल फोन, 134 Sim Cards, 3 लैपटॉप, चाकू और तलवार मिली हैं. और इनके पास साढ़े 7 लाख रुपये कैश भी मिला है. 

अब आपको उन आरोपियों के बारे में बताते हैं जिन्हें आज NIA ने गिरफ्तार किया है. 

इनमें पहला नाम है मुफ्ती मोहम्मद सुहैल, जो 29 वर्ष का है. और उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक मदरसे में मुफ्ती है. यही इस संगठन का मास्टरमाइंड है. 

दूसरा नाम है अनस युनूस का. 24 साल का ये युवक दिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला है. और नोएडा की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. उसे बम बनाने का काम दिया गया था. 

इसके अलावा 23 साल का राशिद ज़फर भी दिल्ली के जाफराबाद का है और वो कपड़ों का व्यापार करता है. 

अमरोहा से दो भाइयों को गिरफ्तार किया गया है. पहला है 28 साल का सईद और दूसरा है रईस अहमद . ये दोनों अमरोहा में वेल्डिंग की दुकान चलाते हैं .

इन दोनों भाइयों ने ही बम बनाने का सामान खरीदा था. 

दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले 20 साल के एक छात्र ज़ुबैर मलिक को भी दिल्ली के जाफराबाद से गिरफ्तार किया गया है. 

ज़ुबैर मलिक के साथ उसके भाई ज़ैद मलिक को भी गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों भाई फर्ज़ी दस्तावेज़ों के ज़रिये सिम कार्ड खरीदते थे और बम बनाने के लिए पैसे का इंतज़ाम करते थे. 

उत्तर प्रदेश के हापुड़ से साकिब इफ्तेख़ार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, वो एक मस्जिद में इमाम का काम करता था. 

अमरोहा से मोहम्मद इरशाद नामक एक ऑटो ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया गया है. जो बम बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामान को छुपाने के लिए.. ठिकाने का इंतज़ाम करता था. 

और दसवें आरोपी का नाम है कि मोहम्मद आज़म, ये दिल्ली के सीलमपुर में एक दवाई की दुकान चलाता है. 

इन आरोपियों के अलावा NIA.. बहुत से लोगों से पूछताछ भी कर रही है. 

आप खुद सोचिए कि आज के ज़माने में आतंकवादी को पहचानना कितना मुश्किल है. आपके आसपास का कोई भी व्यक्ति, कोई छात्र, कोई व्यापारी, या वेल्डिंग वाला भी आतंकवादी हो सकता है.

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस का मुख्यालय और दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यालय भी इन आतंकवादियों के निशाने पर था. ये लोग भारत के राजनेताओं पर फिदायीन हमला करना चाहते थे.

NIA के मुताबिक इस संगठन का मास्टरमाइंड मुफ्ती सुहैल, विदेश में बैठे हुए अपने हैंडलर से लगातार संपर्क में था. 

इस संगठन में एक महिला का नाम भी सामने आ रहा है, जिससे NIA फिलहाल पूछताछ कर रही है. 

NIA की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया है, जिसमें इस संगठन का सरगना मुफ्ती सुहैल, रिमोट बम बनाने के बाद उसे टेस्ट कर रहा है. आप भी ये वीडियो देखिए . 

पिछले कई वर्षों से.. हर बुद्धिजीवी, देश में ISIS की मौजूदगी से इनकार कर रहा था. नेता हों, पत्रकार हों या फिर मानव अधिकारों की बात करने वाले लोग हों, सबने सिरे से इस बात को खारिज कर दिया था, कि देश में ISIS का वजूद हो सकता है. सब यही कहते थे, कि ISIS तो इराक और सीरिया जैसे देशों की समस्या है. उससे हमारा क्या लेना देना ? लेकिन इन सबके बीच एक ज़िम्मेदार न्यूज़ चैनल होने के नाते हमने समय-समय पर इस गंभीर बदलाव की तरफ देश का ध्यान खींचने की कोशिश की. पिछले 4 वर्षों में हमने बार-बार कहा, कि देश में ISIS अपनी पकड़ मज़बूत कर रहा है. इसकी शुरुआत पहले कश्मीर घाटी से हुई और अब ये दिल्ली और उत्तर प्रदेश तक फैल चुका है. 

1 जुलाई, 2014 को ज़ी न्यूज़ ने सबसे पहले आपको जानकारी दी थी, कि ISIS ने एक नक्शा जारी करके भारत को अपने कब्ज़े में लेने की योजना बनाई है.

16 अक्टूबर, 2014 को हमने एक बड़ा खुलासा किया था, कि आतंकवादी संगठन ISIS...और अल क़ायदा का गठबंधन हो सकता है. हमने उस वक्त आपको ये भी बताया था, कि भारत में आतंक फैलाने के लिए इन दोनों आतंकवादी संगठनों ने...लश्कर-ए-तैय्यबा..जैश-ए-मोहम्मद और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे संगठनों को दहशत फैलाने का ठेका दिया है. यानी ज़ी न्यूज़ ने जिस गंभीर ख़तरे का ज़िक्र 4 साल पहले किया था, वो डरावना सपना अब एक चिंताजनक हकीकत बन चुका है.

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