मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सीएम आवास से नहीं, अपने 'लकी घर' से सरकार चलाएंगे कुमारस्वामी
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मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सीएम आवास से नहीं, अपने 'लकी घर' से सरकार चलाएंगे कुमारस्वामी

23 मई को एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन शपथ लेने के बाद भी वह सरकारी घर में रहने के लिए नहीं जाएंगे.

बेंगलुरु में जेपी नगर स्थित कुमारस्वामी का घर. फोटो : ट्विटर

नई दिल्ली : कांग्रेस के सहयोग से जेडीएस के प्रमुख एचडी कुमारस्वामी दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. 23 मई को एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन शपथ लेने के बाद भी वह सरकारी घर में रहने के लिए नहीं जाएंगे. सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि एचडी कुमारस्वामी जेपी नगर के अपने घर से ही सरकार चलाएंगे. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि वह अपने इस घर को सबसे लकी मानते हैं.

  1. दूसरी बार सीएम बनने जा रहे हैं एचडी कुमारस्वामी
  2. 37 सीटें जीतने के बाद भी बनेंगे कर्नाटक के मुखिया
  3. जेपी नगर के अपने घर को छोड़कर नहीं जाएंगे

इससे पहले 2014 में ऐसी खबरें आई थीं कि कुमारस्वामी इस घर को बेचना चाहते हैं और विधानसभा के पास नए घर में शिफ्ट होना चाहते हैं. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. अब वह दोबारा से सीएम बनने जा रहे हैं. लेकिन अब कहा जा रहा है कि वह सीएम आवास से नहीं बल्कि अपने इसी घर से सरकार चलाएंगे. कुमारस्वामी इस घर को वास्तु के हिसाब से बहुत अच्छा मानते हैं.

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इसलिए लकी है जेपी नगर का ये घर कुमारस्वामी के लिए
ये सभी जानते हैं कि कुमारस्वामी राजनीति में नहीं आना चाहते थे. लेकिन बाद में उन्हें पॉलिटिक्स ज्वाइन करनी पड़ी. 1998 तक वह दो चुनाव हार चुके थे. पहले कनकपुरा सीट से लोकसभा चुनाव हारे. इसके बाद सतनूर से विधानसभा चुनाव हार गए. इसके बाद 1999 में उन्होंने जेपी नगर का ये घर खरीदा.
कहा जाता है कि इसके बाद ही उनकी किस्मत चमक गई. इस घर में आने के बाद सात साल के अंदर वह राज्य के मुख्यमंत्री बन गए. वह फरवरी 2006 में भाजपा के सहयोग से राज्य के मुख्यमंत्री बने.

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37 सीटों के साथ सीएम बनने वाले हैं कुमारस्वामी
कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस को इन चुनावों में 37 सीटें मिली हैं. एक सीट पर उनकी सहयोगी बसपा को जीत मिली है. लेकिन चुनावों के बाद समीकरण कुछ इस तरह बने हैं कि कांग्रेस को उन्हें सीएम बनाना पड़ रहा है. कांग्रेस को 78 और भाजपा को 104 सीटों पर कर्नाटक में जीत मिली है.

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