अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित खूंटी लोकसभा सीट में कुल 6 विधानसभा सीटें हैं. खरसावन, तमाड़, तोड़पा, खूंटी, सिमडेगा और कोलेबीरा. यहां अनुसूचित जनजाति मुंडा, उरांव, ईसाई, पातर जाति के वोटरों की संख्या करीब 70 से 75 प्रतिशत है. कुल वोटर्स की संख्या 13,12,261 है. इस संसदीय सीट पर भाजपा के करिया मुंडा अब तक आठ बार चुनाव जीत चुके हैं. जबकि कांग्रेस तीन बार चुनाव जीतने में सफल हुई है. पहली बार 1989 से लेकर 2004 तक करिया मुंडा यहां से सांसद रहे. 2004 में कांग्रेस प्रत्याशी सुशीला केरकेट्टा सांसद बनीं. वहीं, दूसरी बार 2009 और 2014 का लोकसभा चुनाव करिया मुंडा ने जीता. लोकसभा चुनाव 2019 में भी भाजपा ने विजय हासिल की. 1952 में बनी खूंटी लोकसभा सीट का वास्तविक नाम खुंटकटी गांव है. आगे चलकर यह गांव खुंती नाम से मशहूर हुआ और बाद में इसका नाम बदलकर खूंटी रख दिया गया.
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