डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करेंगी 5 जड़ी-बूटियां, नहीं आएंगे बुरे ख्यालात!
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डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करेंगी 5 जड़ी-बूटियां, नहीं आएंगे बुरे ख्यालात!

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में डिप्रेशन एक आम समस्या बन गई है. तनाव, चिंता और नींद की कमी जैसे कारणों से डिप्रेशन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करेंगी 5 जड़ी-बूटियां, नहीं आएंगे बुरे ख्यालात!

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में डिप्रेशन एक आम समस्या बन गई है. तनाव, चिंता और नींद की कमी जैसे कारणों से डिप्रेशन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हालांकि, डिप्रेशन से निपटने के लिए कई तरह की दवाएं और थेरेपी उपलब्ध हैं, लेकिन प्राकृतिक उपचार भी काफी प्रभावी हो सकते हैं.

आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं जो डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं. इन जड़ी-बूटियों का उपयोग सदियों से मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है. आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ जड़ी-बूटियों के बारे में जो डिप्रेशन से राहत दिला सकती हैं.

अश्वगंधा
अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है. यह शरीर में कॉर्टिसोल के लेवल को कम करती है, जो एक तनाव हार्मोन है. अश्वगंधा का सेवन नींद की क्वालिटी में सुधार करने और मूड को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है.

ब्राह्मी
ब्राह्मी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो दिमाग के काम को बेहतर बनाने में मदद करती है. यह तनाव और चिंता को कम करने के साथ-साथ याददाश्त को भी बढ़ाती है. ब्राह्मी का सेवन नियमित रूप से करने से डिप्रेशन के लक्षणों में काफी हद तक कमी आ सकती है.

हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व पाया जाता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है. यह दिमाग में सेरोटोनिन के लेवल को बढ़ाकर मूड को बेहतर बनाने में मदद करती है. सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो खुशी और संतुष्टि की भावना पैदा करता है.

शंखपुष्पी
शंखपुष्पी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है. यह दिमाग के सेल्स को नुकसान से बचाती है और याददाश्त को बेहतर बनाती है. शंखपुष्पी का सेवन नियमित रूप से करने से डिप्रेशन के लक्षणों में काफी हद तक कमी आ सकती है.

वैलेरियन रूट
वैलेरियन रूट एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो नींद को बेहतर बनाने और चिंता को कम करने में मदद करती है. यह शरीर में GABA (Gamma-Aminobutyric Acid) के लेवल को बढ़ाती है, जो एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो तंत्रिका तंत्र को शांत करता है.

कैसे करें इन जड़ी-बूटियों का सेवन?
इन जड़ी-बूटियों का सेवन आप चाय, कैप्सूल या पाउडर के रूप में कर सकते हैं. हालांकि, इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें.

इन बातों का रखें ध्यान
* ये जड़ी-बूटियां सभी के लिए प्रभावी हो सकती हैं.
* अगर आप किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
* गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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