एक्यूप्रेशर पद्धति में है हर दर्द का इलाज, ऐसे पाएं कई रोगों से छुटकारा
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एक्यूप्रेशर पद्धति में है हर दर्द का इलाज, ऐसे पाएं कई रोगों से छुटकारा

रोग के निदान की पद्धतियों में एक्यूप्रेशर भी एक खास प्रकार की चिकित्सा के तौर पर काम आता है.

(फाइल फोटो)

नई दिल्ली: शरीर है तो रोग भी हैं और रोग हैं तो उनका इलाज भी. रोग के निदान की पद्धतियों में एक्यूप्रेशर भी एक खास प्रकार की चिकित्सा के तौर पर काम आता है. हालांकि जानकार कहते हैं कि ये पद्धति माइल्ड से मीडियम समस्याओं में काम आती है न कि सीवियर यानी कि गंभीर समस्याओं के निदान में. यदि बीमारी या तकलीफ काफी पुरानी हो जाए तो इसका लाभ पूरी तरह से कई बार नहीं मिल पाता. यह भी देखा गया है कि नसों से सम्बंधित रोगों में तो यह कारगर है लेकिन कई दूसरी तकलीफों में नहीं. साथ ही कई बार प्रेशर सही ढंग से न पड़े या जरूरत से ज्यादा जोर लग जाए तो लेने के देने भी पड़ जाते हैं. इसलिए अच्छा तो यह होगा कि एक्यूप्रेशर के लिए प्रेशर भी किसी जानकार के हाथों ही लगवाया जाए.

यह विधा दरअसल शरीर के विभिन्न हिस्सों के कुछ खास बिंदुओं पर प्रेशर डाल कर बीमारी को ठीक करने से जुड़ी है. हमारा शरीर नख से लेकर शिख तक एक साथ जुड़ा है. यह नसों, खून, मसल्स, कोशिकाओं और हड्डियों से बना है. एक जगह पर प्रेशर डालने से अन्य हिस्से भी प्रभावित होते हैं. लेकिन कहीं भी किसी भी तरह से दबाव डाल देने से असर पड़ने लगेगा यह सही नहीं है. इसके लिए सही पॉइंट को सही तरीके से दबाना होगा.

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क्या है सही तरीका
एक्यूप्रेशर में अंगूठे और उंगलियों के जरिए पॉइंट्स को दबाया जाता है. कई बार लोग पॉइंट की पहचान करके अपने आप इसे आजम सकते हैं. इस चिकित्सा के लिए आपको हर पॉइंट को दो से लेकर तीन मिनट तक दबाना होगा या फिर मसाज करना होगा. वैसे तो हल्का-फुल्का असर इन पॉइंट्स को 3-4 बार ढंग से दबाने पर ही दिखने लगता है.

भारत में प्रचलित हैं विभिन्न प्रकार
वहीं आपको बता दें कि एक्यूप्रेशर की कई विधाएं प्रचलित हैं. भारत में ज्यादा प्रयोग में लाई जाने वाली पद्धतियां हैं- 1. चाइनीज एक्यूप्रेशर, 2. आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर, 3. सूजोक, 4. इंडियन एक्युप्रेशर.

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यह भी है तरीका
वैसे यदि आप किसी रोग से पीड़ित नहीं है तो भी हफ्ते में कभी भी दो बार सिर की 5 से 10 मिनट मसाज करवाएं. तेल के जरिए अच्छी मसाज लें. माना जाता है कि डिप्रेशन से लेकर याददाश्त में कमी जैसे मामलों में इससे स्वास्थ्य बेहतर होता है. वहीं पूरे शरीर की मालिश या फिर पैरों की मालिश भी प्रेशर देती है जिससे अपने आप कई पॉइंट्स दबते हैं और शरीर को आराम मिलता है.

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