क्या आपके मेल बॉक्स में भी बिना पढ़े हजारों Email हैं? नई रिसर्च कहती है तुरंत बदल लें ये आदत
Advertisement
trendingNow12166382

क्या आपके मेल बॉक्स में भी बिना पढ़े हजारों Email हैं? नई रिसर्च कहती है तुरंत बदल लें ये आदत

जर्नल इंफॉर्मेशन रिसर्च में प्रकाशित एक लेटेस्ट रिसर्ट बताता है कि अपने सभी ईमेल को इनबॉक्स में छोड़ने से आप अपने पर्सनल रिकॉर्ड मैनेजमेंट को लेकर परेशान हो सकते हैं. 

क्या आपके मेल बॉक्स में भी बिना पढ़े हजारों Email हैं? नई रिसर्च कहती है तुरंत बदल लें ये आदत

आप अपने ईमेल कैसे मैनेज करते हैं? क्या आप ऐसे व्यक्ति हैं जो इनबॉक्स शून्य रखते हैं या आप उनमें से हैं जो हजारों ई-मेल को बिना पढ़े छोड़ देते हैं? जर्नल इंफॉर्मेशन रिसर्च में प्रकाशित एक लेटेस्ट रिसर्ट बताता है कि अपने सभी ईमेल को इनबॉक्स में छोड़ने से आप अपने पर्सनल रिकॉर्ड मैनेजमेंट को लेकर परेशान हो सकते हैं. 

एक सर्वे में, प्रतिभागियों से पूछा कि वे अपने पर्सनल रिकॉर्ड जैसे बिल, ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन और इसी तरह की वस्तुओं से कैसे निपटते हैं? इसका अधिकांश लोगों ने जवाब दिया कि उन्होंने अपने इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड अपने ईमेल में ही छोड़ दिए. केवल आधे लोगों ने बिल और अन्य दस्तावेजों को अपने कंप्यूटर या क्लाउड जैसी अन्य जगहों पर सेव किया है.

आपके ईमेल का ट्रैक खोने का खतरा
ईमेल द्वारा बिल, बीमा का रिन्यूअल और अन्य घरेलू दस्तावेज प्राप्त करने से समय और धन की बचत होती है और अनावश्यक कागज का उपयोग कम हो जाता है. हालांकि, यदि आप अपने इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को नियमित रूप से चेक नहीं रहते हैं तो इसमें कुछ समस्याएं आने का खतरा शामिल हैं. हमारे शोध में प्रतिभागियों ने वाहन पंजीकरण समाप्त होने, अनचाहा सब्सक्रिप्शन रद्द करने में फेल रहना और टैक्स कटौती को नजरअंदाज करने जैसे मुद्दों की सूचना दी क्योंकि रसीदें ढूंढने में बहुत परेशानी होती थी. इससे पता चलता है कि देर से जुर्माना और अन्य ईमेल भूलों के कारण लोगों को हर साल सैकड़ों डॉलर का नुकसान हो सकता है. वित्तीय लागतों के अलावा, रिसर्च से पता चलता है कि इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को सॉर्ट और मैनेज न करने से टैक्स के समय या लोन आवेदन जैसी अन्य ज्यादा खतरे वाली स्थितियों के लिए आवश्यक जानकारी को एक साथ रखना कठिन हो जाता है.

यह भी पढ़ें- WhatsApp अकाउंट से ईमेल को कर पाएंगे लिंक, बेहद आसान है प्रोसेस

रिसर्च में क्या आया सामने?
रिसर्च में पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड मैनेजमेंट पर 300 से अधिक लोगों पर सर्वे किया. उनमें से ज्यादातर ऑस्ट्रेलिया से थे, हालांकि ब्रिटेन, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, पुर्तगाल और अन्य देशों से भी प्रतिक्रियाएं मिलीं. दो-तिहाई लोगों ने पर्सनल रिकॉर्ड (जैसे बिल, रसीदें, सब्सक्रिप्शन और बहुत कुछ) मैनेज करने के लिए अपने ई-मेल का उपयोग किया. उनमें से, हमने पाया कि एक बार जब लोग अपना ईमेल निपटा लेते थे, तो उनमें से लगभग आधे ई-मेल को फोल्डरों में छांट देते थे, जबकि अन्य आधे सब कुछ इनबॉक्स में छोड़ देते थे. जबकि अधिकांश लोग अपने ऑफिस ईमेल को फोल्डरों में छांट कर रखते हैं, उनके द्वारा अपने पर्सनल ईमेल को उसी तरह छांट कर रखने की संभावना बहुत कम थी.

यह भी पढ़ें- Email को करना चाहते हैं शेड्यूल, स्टेप बाय स्टेप तरीका आएगा आपके काम

रिसर्च के परिणाम
परिणामों से यह भी पता चला कि जिन लोगों ने अपने सभी ईमेल इनबॉक्स में छोड़े थे उनमें से केवल आधे (52%) ही अपने रिकॉर्ड मैनेजमेंट से संतुष्ट थे, जबकि 71% ने अपने ईमेल को फोल्डरों में डिवाइड किया था. जिन लोगों ने अपने कागजी काम क्लाउड (गूगल ड्राइव, आईक्लाउड, ड्रॉपबॉक्स और इसी तरह) में सेव कर रखे थे, उनमें से 83% ने बताया कि वे अपने होम रिकॉर्ड मैनेजमेंट से संतुष्ट हैं. रिसर्च काफी डीप थी, इसलिए यह देखने के लिए और रिसर्च की आवश्यकता होगी कि क्या हमारे निष्कर्ष ज्यादा यूनिवर्सल रूप से लागू होते हैं.

TAGS

Trending news