Teeth Grinding Disease: चाय-कॉफी (Tea-Coffee) ज्यादा पीने की आदत आपको बीमार कर सकती है. आइए जानते हैं कि यह कैसे आपको नुकसान पहुंचा सकती है.
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Bruxism Treatment: सर्दी (Winter) आते ही कुछ लोग ज्यादा चाय-कॉफी (Tea-Coffee) पीना शुरू कर देते हैं. अधिक मात्रा में तो कोई चीज भी नुकसान करती है. कुछ लोग कई बार नींद में दांत पीसने (Teeth Grinding) लगते हैं. ये कोई आदत नहीं, बीमारी है. इस बीमारी को ब्रुक्सिज्म (Bruxism) कहते हैं. इससे नींद प्रभावित होती है, सांस लेने में परेशानी होती है. यह दांत में दर्द और सेंस्टिविटी की समस्या का कारण बन सकती है. इसके कारण मसूड़ों और मुंह के मसल्स में परेशानी हो सकती है. आइए जानते हैं कि चाय-कॉफी के अलावा इसका और क्या कारण है और इससे निजात कैसे पा सकते हैं?
दांत पीसने की बीमारी का कारण
बता दें कि जो लोग जरूरत से ज्यादा चाय या कॉफी पीते हैं. इसके अलावा धूम्रपान भी करते हैं. उनमें दांत पीसने की बीमारी यानी ब्रुक्सिज्म की संभावना ज्यादा होती है. ब्रुक्सिज्म की बीमारी में नींद कम आने, थकान, चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस और जल्दी गुस्सा आने की समस्या हो सकती है.
ब्रुक्सिज्म के लक्षण
जिस भी शख्स को ब्रुक्सिज्म की परेशानी होगी उसके मसूड़ों और माउथ मसल्स में दर्द होगा. इसके अलावा जैसे ही वो सुबह उठेगा उसे अपने सिर में थोड़ा दर्द महसूस होगा. इसकी वजह से व्यक्ति थकान, गुस्से और स्ट्रेस से पीड़ित हो जाएगा.
ब्रुक्सिज्म से बचाव के उपाय
ब्रुक्सिज्म यानी दांत पीसने की बीमारी से बचना है तो सबसे पहले मरीज को कम से कम 7-8 घंटे सोना शुरू करना चाहिए. ऐसा करने से जबड़ों को आराम मिलेगा. अगर आपको ज्यादा चाय-कॉफी पीने की आदत है तो इसको नियंत्रित करें. अगर परेशानी ज्यादा बढ़ती है तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं. इस बीमारी में हल्दी वाला दूध और हर्बल चाय पीने की सलाह भी दी जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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