हिडेन कैमरा का पता लगाना महिला सुरक्षा से जुड़ा मसला है, जिसको लेकर जागरूकता होनी ही चाहिए, ताकि कोई भी लड़की अपराधियों की बुरी नजर का शिकार न हो जाए.
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How To Detect Hidden Camera in Bathroom: आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के एसआर गुडलावलेरू इंजीनियरिंग कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल के वॉशरूम में हिडन कैमरा की खबर ने सभी को सकते में डाल दिया है. महिला सुरक्षा और पाइवेसी को लेकर छात्राएं गुस्से में हैं. ऐसी घटना कहीं भी हो सकती है, ऐसे में हमें हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है. आइए ये जानने की कोशिश करते हैं कि अगर आपको डर है कि किसी पब्लिक वॉशरूम या चेंगिंग रूम में खुफिया कैमरा हो सकता है, तो इसका पता कैसे लगाया जाए?
खुफिया कैमरे का पता कैसे चलेगा?
1. बाथरूम या चेंगिंग रूम को गौर से देखें
हिडेन कैमरा तलाश करने के लिए आपको सबसे पहले साजिशकर्ता की तरह सोचना होगा. ये सोचें कि अगर ये घिनौना काम करते, तो कैमरा कहां-कहां छिपाते जिससे विक्टिम को पता न लगे. आप बाथरूम को गौर से देखें. कुछ खास जगह इन 'तीसरी आंखों' को रखा जा सकता है, जैसे-
- स्मोक डिटेक्टर्स: ये सीलिंग पर लगे होते हैं और अगर इसमें कैमरा लगाया जाए तो बर्ड आई व्यू मिल सकता है, इसलिए आप स्मोक डिटेक्टर्स पर नजर जरूर डालें.
-टिश्यू बॉक्स: इस चीज पर अक्सर लोगों का शक नहीं जाता, जिसका फायदा अपराधी उठाते हैं, इसलिए टिश्यू बॉक्स को चेक न करना बड़ी भूल साबित हो सकती है.
- बाथटब का सिंक: ये अक्सर होटल्स में इस्तेमाल किया जाता है, इसके सिंक में जो छेद होता है, उसमें हिडन कैमरा आसानी से छिपाया जा सकता है, इसलिए गौर से देखें किसी भी तरह के गड़बड़ी को तुरंत पहचान लें.
-शॉवर और नल: बाथरूम में शॉवर और नल में हिडन कैमरा छिपा हो सकता है, इसलिए आप हमेशा इनकी जांच जरूर करें
-मिरर: बाथरूम या चेंगिंग रूम के आईने के पीछे हिडेन कैमरा छिपाना आसान है क्योंकि ये नजर नहीं आ सकता. इसके लिए फिंगर टेस्ट करना जरूरी है. आप किसी उंगली को मिरर पर रखकर देखें अगर रिफ्लेक्शन और रियल फिंगर के बीच गैप नहीं है तो हिडेन कैमरा हो सकता है
2. लाइट ऑफ कर दें
कई बाथरूम में नाइट विजन हिडेन कैमरे लगे होते हैं. अगर अंधेरा कर दिया जाए तो इसमें लाल या हरे रंग के एलईडी लाइट जल जाएगी और आप इसे आसानी से डिटेक्ट कर पाएंगे.
3. मोबाइल ऐप के जरिए पता लगाएं
आजकल फोडन में कई ऐसे ऐप आ गए हैं जो हिडेन कैमरे का पता लगाने में आपकी मदद कर सकते हैं इसमें स्कैन की फैसिलिटी होती है जिसके जरिए ये छिपे हुए कैमरे का पता लगाते हैं.
4. फोन कॉल करें
सर्विलांस कैमरे रेडियो वेव्स इमिट करते हैं, ऐसे में अगर आप कोई फोन कॉल करेंगे सिग्नल ब्रेक होने का अहसास होगा. फोन को जितना कैमरे के पास ले जाएंगे व्हाइस उतना ब्रेक करेगा.