क्या ज्यादा एक्सरसाइज करने वालों में बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा?
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क्या ज्यादा एक्सरसाइज करने वालों में बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा?

हाल में तमाम माडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि ज्यादा एक्सरसाइज करने वालों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इन दावों की हकीकत को जानने के लिए एक स्टडी की गई, जिसके परिणाम सामने आ गए हैं.

फाइल फोटो.

ब्रैडफोर्ड (ब्रिटेन): यह बात तो हर कोई जानता है कि एक्सरसाइज हार्ट (Heart) के लिए अच्छी होती है, इसलिए हाल में आई यह खबर कई लोगों के लिये चौंकाने वाली हो सकती है कि ज्यादा एक्सरसाइज करने से भी जान को खतरा हो सकता है. हाल ही में एक रिपोर्ट तेजी से वायरल हुई थी जिसमें दावा किया गया था कि ज्यादा एक्सरसाइज करने से आर्टरी ब्लॉक हो सकती हैं. ज्यादा एक्टिव लोगों में कम सक्रिय लोगों की तुलना में अधिक कोरोनरी आर्टरी कैल्शियम (CAC) स्कोर होता है. इस दावे से उलट एक और स्टडी सामने आई है.

  1. एक्सरसाइज दिल के लिए अच्छी या खतरनाक?
  2. हाल में किए गए दावों की खुली पोल
  3. स्टडी में सामने आए एक्सरसाइज के लाभ
  4.  

कोरोनरी आर्टरी में कैल्शियम बढ़ी तो खतरा 

असल में सीएसी स्कोर कोरोनरी आर्टरी की दीवारों में कैल्शियम की मात्रा को मापता है. आर्टरी ब्लड सप्लाई करती हैं और हार्ट की मांसपेशियों को ऑक्सीजन देती हैं. ब्रिटेन के एनाटॉमी एंड मस्कुलोस्केलेटल, ब्रैडफोर्ड विश्वविद्यालय की लेक्चरार मैथ्यू फैरो के मुताबिक, कोरोनरी आर्टरी में कैल्शियम की वृद्धि से व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ सकता है क्योंकि कोरोनरी धमनियों में कैल्शियम की उपस्थिति इसका संकेत है कि एक परत जमी हो सकती है, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस के रूप में जाना जाता है. लेकिन इस परत का निर्माण आमतौर पर अनहेल्दी लाइफस्टाइल का परिणाम होता है, जैसे स्मोकिंग करना, शराब पीना, ज्यादा वजन होना और बिल्कुल भी एक्सरसाइज न करना. इसलिए डॉक्टर अक्सर हृदय रोग के जोखिम वाले लोगों की पहचान करने के लिए सीएसी स्कोर का उपयोग करते हैं.

25,000 से ज्यादा स्वस्थ युवाओं पर स्टडी

दक्षिण कोरिया में यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन और अमेरिका में जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने मार्च 2011 और दिसंबर 2017 के बीच 30 वर्ष और उससे अधिक आयु के 25,000 से ज्यादा स्वस्थ युवाओं (मुख्य रूप से पुरुष) के कोरोनरी धमनी कैल्शियम का विश्लेषण किया. स्टडी के दौरान इन लोगों की कोरोनरी धमनियों में परिवर्तन की निगरानी के लिए दो टेस्ट किए गए. शोधकर्ता यह पता लगाना चाहते थे कि क्या फिजिकल एक्टिविटी और कोरोनरी धमनी के कैल्सीफिकेशन में वृद्धि के बीच कोई संबंध है. इन सभी से यह पता लगाने के लिए एक प्रश्नावली पूरी कराई गई कि उन्होंने प्रत्येक सप्ताह कितना व्यायाम किया. लगभग आधे प्रतिभागियों (47 प्रतिशत) को निष्क्रिय के रूप में वर्गीकृत किया गया, 38 प्रतिशत को मीडियम रूप से सक्रिय होने के रूप में वर्गीकृत किया गया और 15 प्रतिशत को ज्यादा एक्टिव (एक दिन में 6.5 किलोमीटर दौड़ने के बराबर) के रूप में वर्गीकृत किया गया था.

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फिजिकल एक्टिविटी के लाभ निर्विवाद

स्टडी की शुरुआत में किए गए स्कैन में नॉन एक्टिव ग्रुप में औसत सीएसी स्कोर 9.5, मीडियम एक्टिव ग्रुप में 10.2 और ज्यादा एक्टिव ग्रुप में 12 का औसत दिखा. स्टडी पूरी होते-होते जो मध्यम और अधिक सक्रिय थे उनके औसत स्कोर में 3 से 8 की बढोतरी देखी गई. इसलिए मीडियम और ज्यादा एक्सरसाइज से धमनियों में कैल्शियम जमा होने लगता है. हालांकि, शोधकर्ताओं ने एक्सरसाइज के कारण हाई कोरोनरी धमनी कैल्शियम स्कोर और हृदय संबंधी 'घटनाओं', जैसे दिल का दौरा या स्ट्रोक के बीच कोई संबंध नहीं पाया. तो ऐसी रिपोर्ट जो यह दावा करती है कि व्यायाम ‘दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ाता है’ गलत और खतरनाक दोनों हैं. शोधकर्ताओं का निष्कर्ष था, ‘फिजिकल एक्टिविटी के हार्ट संबंधी लाभ निर्विवाद हैं.’

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