सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट शिखा ए. शर्मा कहती हैं कि हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, बैक्टीरियल इंफेक्शन, इम्यून डिस्ऑर्डर, तेजी से बढ़ते उम्र के असर, कैंसर जैसी बीमारियों में विटामिन डी का अहम रोल है. इसकी कमी से मांसपेशियों में ऐंठन, पीठ दर्द, थकान, डिप्रेशन और नींद न आने की समस्या हो जाती है.
हफ्ते में कम से कम 2 बार सुबह जल्दी उठकर 15 से 20 मिनट की धूप लें. यह विटामिन डी का प्राकृतिक सोर्स (Natural Source) है और हड्डियों को मजबूत करता है. इसके अलावा कॉड लिवर ऑयल, धनिया, संतरा, दही, पनीर, लहसुन, डार्क चॉकलेट, काली सरसों, मशरूम, हल्दी, और कश्मीरी लहसुन विटामिन डी का अच्छा सोर्स हैं.
शरीर में यदि विटामिन डी की ज्यादा कमी हो गई हो तो डॉक्टर्स से सलाह लेकर सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं, जो कि आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर मिल जाते हैं.
यदि खाने-पीने को लेकर कुछ अच्छी आदतें डाल लें तो विटामिन डी की कमी (Vitamin D Deficiency)और कमजोर इम्यून की समस्या से आसानी से निजात पा सकते हैं. इसके लिए लहसुन की दो कलियां या कश्मीरी लहसुन की 4-5 कलियां सुबह-सुबह खाली पेट और रात के खाने के बाद लें. दिन में एक बार थोड़ी सी डार्क चॉकलेट ले सकते हैं. हफ्ते में एक बाद मशरूम खाने से भी शरीर को अच्छी मात्रा में विटामिन डी मिल जाता है.
सूर्य (Sun) से मिलने वाले विटामिन डी से कोई नुकसान नहीं होता है. हालांकि सप्लीमेंट के जरिए ज्यादा विटामिन डी लेने पर कुछ समस्याएं हो सकती हैं. जैसे मतली आना, प्यास लगना और ज्यादा यूरिन होना, कम भूख लगना.
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