इन 5 मौकों पर होता है दोस्ती का असली टेस्ट, पता चल जाता है कि वो हबीब है या रकीब
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इन 5 मौकों पर होता है दोस्ती का असली टेस्ट, पता चल जाता है कि वो हबीब है या रकीब

ऐसा कहा जाता है कि दोस्ती इम्तिहान लेती है. ये बाद सच है कि किसी तो फ्रेंड बोलना तो आसान है, लेकिन मुश्किल वक्त में उसका साथ देना इतना आसान नहीं. 

इन 5 मौकों पर होता है दोस्ती का असली टेस्ट, पता चल जाता है कि वो हबीब है या रकीब

Friendship Test: दोस्ती जिंदगी का एक ऐसा रिश्ता है जो भरोसे, प्यार और समझदारी पर टिका होता है. एक सच्चा दोस्त वो होता है जो अच्छे और बुरे वक्त में हमारे साथ खड़ा रहता है. लेकिन कई बार कुछ हालात हमारी दोस्ती की गहराई और सच्चाई को परखने का मौका देती हैं. आइए जानते हैं वे 5 मौके जब फ्रेंडशिप का असली टेस्ट होता है.

दोस्ती का असली इम्तिहान कब होता है?

1. मुश्किल वक्त में
ऐसा कहते हैं कि मुसीबत में जो दोस्त आपके साथ खड़ा रहता है, वही सच्चा दोस्त है (A friend in need is a friend indeed). जब जिंदगी में मुश्किलें आती हैं, तो ये देखा जाता है कि आपका दोस्त आपकी मदद के लिए कितना तैयार है. पैसे की तंगी, हेल्थ इमरजेंसी, या कोई और निजी परेशानी हमारी दोस्ती का इम्तिहान लेती हैं. मुश्किल हालात में ये देखें कि दोस्त आपकी कितनी मदद करता है.

2. कामयाबी मिलने पर
जब आपको जिंदगी में बड़ी कामयाबी मिलती है, तब भी दोस्ती का टेस्ट होता है. तब ये देखें कि क्या आपका दोस्त आपकी सफलता से खुश होता है, या वो जलन महसूस करता है? सच्चा दोस्त आपकी जीत को अपनी जीत मानता है और आपकी खुशी में शामिल होता है. इसको दूसरी तरह से देखें तो जब एक दोस्त सक्सेस हासिल करता है, तो क्यों वो अपने नाकामयाब या बेरोजगार दोस्त को भूल तो नहीं जाता? इसके जरिए भी दोस्ती को परखा जाता है. 

3. गलतियां होने पर
कई बार दोस्त से गलती हो जाती है, और यह देखना जरूरी है कि क्या आपका दोस्त आपको ईमानदारी से सही रास्ता दिखाता है. सच्चा दोस्त वो होता है जो आपकी गलती पर आपको सही सलाह देता है, न कि आपकी गलतियों को बढ़ावा देता है. यानी वो बिना डरे आपकी गलत आदतों या हरकतों पर टोकता है, इससे ये पता चलता है कि वो आपका भला चाहता है.

4. लॉन्ग डिस्टेंस और वक्त की कमी
जिंदगी में कभी-कभी दोस्त एक-दूसरे से फिजिकली दूर हो जाते हैं, चाहे वो काम की वजह से हो या किसी हायर एजुकेशन के कारण. इस वक्त ये देखना जरूरी है कि टाइम की कमी और डिस्टेंस के बावजूद दोस्ती बरकरार रहती है या नहीं. सच्चा दोस्त आपको कभी नहीं भूलेगा, मौका मिलने पर आपसे मुलाकात करने की कोशिश करेगा और ऑनलाइन बातचीत जारी रखेगा.

5. शादी के बाद
चूंकि शादी के बाद आपकी जिंदगी में लाइफ पार्टनर की एंट्री और जिम्मेदारी की भरमार हो जाती है, ऐसे में जान से अजीज दोस्त अक्सर दूर होने लगते हैं. हालांकि जिन दोस्तों के बीच दिल का रिश्ता होता है, वो शादी के बाद भी एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते.

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