अंकुरित आलू खा रहे हैं तो संभल जाएं! न्यूट्रिशनिस्ट ने दी बड़ी चेतावनी; कब आलू बन जाता है जहरीला?
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अंकुरित आलू खा रहे हैं तो संभल जाएं! न्यूट्रिशनिस्ट ने दी बड़ी चेतावनी; कब आलू बन जाता है जहरीला?

अंकुरित आलू खाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, इस पर न्यूट्रिशनिस्ट का स्पष्ट चेतावनी भरा बयान सामने आया है. आइए जानते हैं यह शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाता है.

अंकुरित आलू खा रहे हैं तो संभल जाएं! न्यूट्रिशनिस्ट ने दी बड़ी चेतावनी; कब आलू बन जाता है जहरीला?

आलू एक ऐसी सब्जी है, जो सबके घरों में आसानी से मिल जाती है. आलू पूरे साल मिल जाता है और घर में इसकी सब्जी अक्सर बनती रहती है. आलू खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है, पाचन अच्छा होता है और बीपी भी कंट्रोल में रहता है. लेकिन क्या अंकुरित आलू भी सेहतमंद होता है? चलिए पता करते हैं.

अंकुरित आलू खाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, इस पर न्यूट्रिशनिस्ट का स्पष्ट चेतावनी भरा बयान सामने आया है. न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा के अनुसार, अंकुरित आलू में सोलानिन और कैकोनिन जैसे विषाक्त तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है, जो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं.

क्यों बढ़ता है विषाक्तता का स्तर?
आलू में प्राकृतिक रूप से ग्लाइकोएल्कालोइड्स होते हैं, जो पौधे को कीटों से बचाने के लिए हैं. लेकिन जैसे ही आलू अंकुरित या हरा होना शुरू होता है, इन तत्वों की मात्रा तेजी से बढ़ने लगती है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आलू में ग्लाइकोएल्कालोइड्स का लेवल 20 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम आलू से अधिक हो जाता है, तो यह जहरीला हो सकता है. ऐसे आलू का सेवन करने से सेहत से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.

अंकुरित आलू के सेवन से होने वाले खतरे
अगर ज्यादा मात्रा में अंकुरित या हरे आलू का सेवन किया जाए, तो सोलानिन और कैकोनिन के कारण मतली, उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कुछ मामलों में ये तत्व भ्रम, मतिभ्रम और गंभीर परिस्थितियों में कोमा या मृत्यु का कारण भी बन सकते हैं. ये लक्षण आमतौर पर सेवन के कुछ घंटों के भीतर दिखने लगते हैं.

कैसे करें सुरक्षित उपयोग?
यदि आलू हल्के अंकुरित हैं और उसमें हरापन नहीं है, तो इसे सुरक्षित रूप से खाया जा सकता है. पकाने से पहले आलू के अंकुरित हिस्से और बाहरी परत को अच्छे से हटा देना चाहिए, क्योंकि अधिकतर विषाक्त तत्व सतह पर होते हैं. यह भी सलाह दी जाती है कि आलू को ठंडी और अंधेरी जगह पर रखें, ताकि अंकुरित होने की संभावना कम हो.

डॉक्टर की सलाह क्यों जरूरी है?
न्यूट्रिशनिस्ट की इस चेतावनी के अनुसार, ताजे, सख्त और बिना अंकुरित आलू का सेवन सेहत के लिए अच्छा है. अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर करें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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