मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हड्डी टूटने का खतरा क्यों बढ़ जाता है? जानें हड्डियों को मजबूत बनाने के उपाय
Advertisement
trendingNow12263707

मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हड्डी टूटने का खतरा क्यों बढ़ जाता है? जानें हड्डियों को मजबूत बनाने के उपाय

मेनोपॉज एक नेचुरल प्रक्रिया है, लेकिन यह महिलाओं के शरीर में कई बदलाव लाती है। इनमें से एक महत्वपूर्ण बदलाव है हड्डियों का कमजोर होना। मेनोपॉज के बाद महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा काफी बढ़ जाता है।

मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हड्डी टूटने का खतरा क्यों बढ़ जाता है? जानें हड्डियों को मजबूत बनाने के उपाय

मेनोपॉज एक नेचुरल प्रक्रिया है जो हर महिला के जीवन का हिस्सा होती है. लेकिन क्या आप जानती हैं कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हड्डियों के कमजोर होने का खतरा बढ़ जाता है? जी हां, मेनोपॉज के दौरान हार्मोन एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे हड्डियों के निर्माण की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. यही स्थिति आगे चलकर ऑस्टियोपोरोसिस का रूप ले सकती है.

ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी हड्डी संबंधी बीमारी है, जिसमें हड्डियों की डेंसिटी कम हो जाता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. इससे गिरने या मामूली चोट लगने पर भी हड्डी टूटने का खतरा बढ़ जाता है. कूल्हे, कलाई और रीढ़ की हड्डियां ऑस्टियोपोरोसिस से सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं.

ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा क्यों बढ़ता है?
मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर कम होना ऑस्टियोपोरोसिस का एक प्रमुख कारण है. एस्ट्रोजन हड्डियों के निर्माण को बढ़ावा देता है और टूटने को रोकता है. लेकिन मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है, जिससे हड्डियों का टूटना तेज हो जाता है और निर्माण धीमा हो जाता है. नतीजतन, हड्डियों की डेंसिटी कम हो जाता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है.

अन्य रिस्क फैक्टर
मेनोपॉज ही एकमात्र कारण नहीं है.  कुछ अन्य कारक भी हैं जो महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को बढ़ा सकते हैं, जैसे:
- कम उम्र में मेनोपॉज होना
- परिवार में ऑस्टियोपोरोसिस का इतिहास
- पतला या बहुत कम वजन होना
- कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- व्यायाम नहीं करना
- अपने हड्डियों का ख्याल रखें

ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कैसे कम करें? 
लाइफस्टाइल में बदलाव करके ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम किया जा सकता है.
कैल्शियम और विटामिन D: दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां, सोयाबीन और संतरे कैल्शियम के अच्छे सोर्स हैं. वहीं, विटामिन D के लिए धूप सेंकें और फिश ऑयल का सेवन करें.
वजन बनाए रखें: कम वजन होना ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को बढ़ाता है. इसलिए हेल्दी वजन बनाए रखने की कोशिश करें.
नियमित व्यायाम करें: हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए वजन उठाने और संतुलन वाले व्यायाम जरूरी हैं.
धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें: धूम्रपान और ज्यादा शराब का सेवन हड्डियों की सेहत के लिए हानिकारक है.

मेनोपॉज के बाद अपने डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं और हड्डियों की डेंसिटी की जांच कराएं. डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार सलाह और उपचार दे सकते हैं.

Trending news