Lok Sabha Elections 2019 : शिवसेना ने BJP से गठबंधन के दिए संकेत, लेकिन कहा- 'महाराष्ट्र में हम बड़े भाई'
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Lok Sabha Elections 2019 : शिवसेना ने BJP से गठबंधन के दिए संकेत, लेकिन कहा- 'महाराष्ट्र में हम बड़े भाई'

सोमवार को शिवसेना सांसदों ने ठाकरे परिवार के पुश्तैनी आवास मातोश्री में जुटे. यहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ उनकी लंबी बैठक हुई.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कई बार कह चुके हैं कि वह शिवसेना से दोस्ती बनाए रखने के पक्ष में हैं.

मुंबई: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना की दोस्ती बनी रह सकती है. बीजेपी और शिवसेना ने आनेवाले लोकसभा चुनाव में गठबंधन होने के पूरे आसार दिख रहे हैं. सोमवार को शिवसेना सांसदों ने ठाकरे परिवार के पुश्तैनी आवास मातोश्री में जुटे. यहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ उनकी लंबी बैठक हुई. बैठक के दौरान शिवसेना सांसदों ने उद्धव ठाकरे से कहा कि बीजेपी के साथ लोकसभा चुनाव में गठबंधन जारी रखना है या नहीं, इसपर अंतिम फैसला उन्हीं का होगा. 

  1. शिवसेना प्रमुख ने सांसदों के साथ की बैठक
  2. सांसदों ने उद्धव पर छोड़ा गठबंंधन का फैसला
  3. 50-50 के फॉर्मूले से शिवसेना का इनकार 

बैठक में बीजेपी के साथ गठबंधन करने के सारे अधिकार उद्धव ठाकरे को दिए गए हैं. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने बताया, 'हमारे नेता उद्धव जी हैं, हम लड़ने के लिए तैयार हैं, हम लड़ेंगे, महाराष्ट्र में हम बड़े भाई हैं, हमेशा रहेंगे और उसी नाते राज्य और देश की राजनीति करेंगे.' 

संजय राउत ने कहा कि राफेल पर हमारे पास नई जानकारी आयी हैं, उसपर चर्चा हुई. बैठक में सूखे को लेकर चर्चा हुई. बजट में आयकर सीमा 8 लाख तक करने की मांग शिवसेना ने की है. राउत नें यह भी साफ किया की 50-50 का कोई प्रस्ताव शिवसेना के पास नहीं आया हमें यह प्रस्ताव स्वीकारा भी नहीं.

वहीं जालना में बीजेपी के स्थानीय पदाधिकारीयों की बैठक हुई. यहां पर प्रदेश अध्क्ष दानवे ने भी शिवसेना के साथ गठबंधन के संकेत दिए. दानवे ने बताया की फिलहाल 48 में से 24-24 सीटें यानी 50-50 फीसदी का कोई फॉर्मूला बना ही नहीं है, जब सीट शेयरिंग की बात होगी तो खुलकर होगी. हमने हमेशा शिवसेना के सामने दोस्ती का हाथ आगे किया है. फैसला शिवसेना को लेना है.

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मालूम हो कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन हो चुका है. वहीं शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी होने के बावजूद लगातार बीजेपी पर हमले करती रहती है. हाल ही में पालघर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी दोनों दलों ने प्रत्याशी उतारे थे. पिछले साल शिवसेना ने एनडीए से अलग जाकर लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी. हालांकि शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे मेमोरियल के उद्धाटन के मौके पर दोनों दलों के बीच नजदीकी दिखी थी.

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