कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर लिखे अपने विवादित आर्टिकल पर कहा है कि इस पर सफाई देने की जरूरत नहीं है. मुझे बताया गया कि मेरे आर्टिकल पर कांग्रेस बयान दे चुकी है. शुक्र है कि अगले 10 दिन में मोदी सरकार चली जाएगी. नेहरू के जमाने और आज के दौर की तुलना नहीं की जा सकती. हालांकि लोकतंत्र के रास्ते पर चलने के लिए नेहरू युग जरूरी है.
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शिमला: कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर लिखे अपने विवादित आर्टिकल पर कहा है कि इस पर सफाई देने की जरूरत नहीं है. मुझे बताया गया कि मेरे आर्टिकल पर कांग्रेस बयान दे चुकी है. शुक्र है कि अगले 10 दिन में मोदी सरकार चली जाएगी. नेहरू के जमाने और आज के दौर की तुलना नहीं की जा सकती. हालांकि लोकतंत्र के रास्ते पर चलने के लिए नेहरू युग जरूरी है. इसके साथ ही कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो मुझसे नफरत करते हैं.
इसके साथ ही अय्यर ने कहा कि जब मैं छह साल का था जब पंडित नेहरू प्रधानमंत्री बने थे और 23 साल का था जब उनका निधन हुआ. मैंने उस दौर में राजनीतिक विमर्श को सीखा. इस लिहाज से कह सकता हूं कि नेहरू दौर और आज की मौजूदा सरकार ने जो वातावरण निर्मित किया है, उसकी तुलना नहीं की जा सकती. अपनी सफाई देने के मसले पर बोले कि मैं मीडिया का शिकार बना हूं और इससे मुझे बहुत नुकसान हुआ है.
मणिशंकर अय्यर ने 2017 में PM मोदी पर की विवादित टिप्पणी को सही ठहराया
विवादित ब्लॉग
दरअसल मणिशंकर अय्यर ने 2017 में गुजरात चुनाव के दौरान पीएम मोदी पर अपनी 'नीच' संबंधी विवादित टिप्पणी को सही ठहराया है. उन्होंने ब्लॉग लिखकर कहा कि क्या उस वक्त जो भविष्यवाणी मैंने की थी, वो गलत थी. इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि 23 मई को जनता मोदी सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी.
Mani Shankar Aiyar, Congress on terming PM Modi as 'foul mouthed' in an article for an online publication: There is no need for a clarification. I have been told that the Congress party has given an official statement. pic.twitter.com/ixoCiaanRO
— ANI (@ANI) May 14, 2019
अपने हालिया इंटरव्यू में पीएम मोदी के बालाकोट एयर स्ट्राइक संबंधी दावे और दिल्ली के रामलीला मैदान में राजीव गांधी के आईएनएस विराट को निजी टैक्सी के रूप में इस्तेमाल करने संबंधी बयानों की पृष्ठभूमि में अय्यर ने लिखा है कि 23 मई को सबसे अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने वाले प्रधानमंत्री मोदी को भारत सटीक जवाब देते हुए बाहर का रास्ता दिखा देगा. इस शीर्षक से लिखे अपने आर्टिकल में अय्यर ने कहा है कि पीएम मोदी को ये चेतावनी दिए जाने की जरूरत है कि सीआरपीएफ जवानों की शहादत पर वोट मांगने जैसा काम कर उन्होंने देश-विरोधी काम किया है. बालाकोट एयर स्ट्राइक पर अपनी वैज्ञानिक राय देकर भारतीय वायु सेना की समझ का अपमान किया है....
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इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि इन सबके बावजूद चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि 23 मई को लोग मोदी को सत्ता से बाहर कर देंगे. ये सबसे ज्यादा अशालीन भाषा का इस्तेमाल करने वाले प्रधानमंत्री को सटीक जवाब होगा. याद करिए कि मैंने सात दिसंबर, 2017 को क्या कहा था? क्या मेरी भविष्यवाणी गलत थी?
बीजेपी का पलटवार
इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि हार की बौखलाहट में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस तरह की हरकत करा रहे हैं. बीजेपी की आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ''वे (अय्यर) इस बात से अपसेट थे कि सारा ध्यान सैम पित्रोदा खींच रहे हैं इसलिए उन्होंने अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए ये काम किया.''
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने अय्यर को गांधी परिवार की 'मणि' (रत्न) बताते हुए कहा कि गांधी परिवार की मणि ने भी राहुल गांधी की प्रेम की राजनीति में अपना योगदान दिया है.