2009 में पहली बार इस सीट पर लोकसभा के चुनाव हुए तो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जय प्रकाश अग्रवाल ने बीजेपी के बीएल शर्मा प्रेम को हराया था.
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नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से एक पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. इस सीट पर साल 2009 में पहली बार लोकसभा का चुनाव हुआ. इस सीट के अंतर्गत 10 विधानसभा सीटे आती हैं जिनमें बुराड़ी, तिमारपुर, रोहतास नगर, सीमापुरी, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, मुस्तफाबाद, गोकुलपुरी, करावल नगर शामिल हैं. 2008 से पहले ये सभी विधानसभा पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट और दिल्ली सदर लोकसभा सीट के अंतर्गत आता रहीं. बाद में दिल्ली सदर सीट को समाप्त कर दिया गया था.
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर मुस्लिम और प्रवासी वोटर (खासकर पूर्वांचल के) अहम भूमिका निभाते हैं. इस क्षेत्र में पूर्वांचल के खासे घनत्व को देखते हुए ही ज्यादातर पार्टियां पूरबिया उम्मीदवार खड़ा करने की कोशिश में रहती हैं. हालांकि 2009 में पहली बार इस सीट पर लोकसभा के चुनाव हुए तो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जय प्रकाश अग्रवाल ने बीजेपी के बीएल शर्मा प्रेम को हराया था.
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2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी ने भोजपुरी गायक मनोज तिवारी को टिकट दिया तो उन्होंने मोदी लहर में प्रचंड जीत दर्ज की. मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के प्रो आनंद कुमार को हराया था. 2014 में जेपी अग्रवाल तीसरे स्थान पर रहे थे.
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) में बीजेपी ने एक बार फिर मनोज तिवारी को प्रत्याशी बनाया है. वहीं आम आदमी पार्टी ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप पांडे (पूर्वांचल से आने वाले) को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने हमेशा की तरह इस सीट पर पूर्वांचल प्रत्याशी की जगह दिल्ली के ही प्रत्याशी को उतारने का निर्णय लिया और पूर्व सीएम शीला दीक्षित को टिकट दिया है.