मेरठ लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 असेंबली सीटें आती हैं. इनमें मेरठ कैंट, मेरठ शहर, किठौर, हापुड़ और मेरठ दक्षिम शामिल हैं. इनमें से 3 सीटें बीजेपी के पास हैं, जबकि 2 सीटों पर सपा का कब्जा है. मेरठ लोकसभा सीट में हिंदुओं और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 65- 35 फीसद है. मुस्लिम मतदाता अधिकांश रूप से पुराने मेरठ शहर में रहते हैं. जबकि हिंदू मतदाता बिखरे हुए हैं. इस सीट के जातीय समीकरणों की बात करें तो यहां पर गुर्जर, ब्राह्मण, जाट, जाटव, बाल्मीकि, त्यागी, वैश्य की बड़ी आबादी है. इनके अलावा प्रजापति, पाल, सैनी, कश्यप की भी छोटी लेकिन अहम मौजूदगी है.वर्ष 1952 में देश में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में मेरठ सीट पर भी इलेक्शन करवाए गए. कांग्रेस उम्मीदवार शाहनवाज खान ने तब इस सीट पर कब्जा जमाया था. उसके बाद कई बार कांग्रेस मेरठ से जीतती रही है. हालांकि वर्ष 1990 में राम मंदिर आंदोलन के जरिए बीजेपी ने बाजी पलटनी शुरू कर दी. उसके बाद 1991 से 1998 तक लगातार 3 बार बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा जमाया. फिर बीच में कांग्रेस और बीएसपी जीती. उसके बाद बीजेपी लगातार 15 साल साल से मेरठ पर कब्जाए बैठी है.
और पढ़ें