दिल्ली में एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप आज से
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दिल्ली में एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप आज से

सीनियर एशियन फ्री स्टाइल, ग्रीको रोम स्टाइल और महिला कुश्ती चैम्पियनशिप-2013 आज से इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स में स्थित कासाबा जाधव कुश्ती स्टेडियम में शुरू हो रही है।

नई दिल्ली : सीनियर एशियन फ्री स्टाइल, ग्रीको रोम स्टाइल और महिला कुश्ती चैम्पियनशिप-2013 आज से इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स में स्थित कासाबा जाधव कुश्ती स्टेडियम में शुरू हो रही है।
22 अप्रैल तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में भारत के अलावा ईरान, उज्बेकिस्तान, जापान, उत्तर कोरिया, मंगोलिया और चीन सहित कुल 19 देश शिरकत कर रहे हैं। ओलम्पिक में रजत पदक जीत चुके सुशील कुमार और कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त के बगैर भारत इस चैम्पियनशिप में अपने युवा खिलाड़ियों के बूते छाप छोड़ने की कोशिश करेगा। सुशील और योगेश्वर चोट के कारण इस चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
इस टूर्नामेंट में फ्रीस्टाइल वर्ग में 98, ग्रीको रोमन स्टाइल में 75 और महिला वर्ग में 64 पहलवान अपनी कुश्ती के जौहर दिखाएंगी। ये खिलाड़ी सात स्वर्ण, सात रजत और 14 कांस्य पदकों के लिए अपनी कुशलता का परिचय देंगे। प्रतियोगिता में लंदन ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाले 12 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
भारतीय पहलवानों में 55 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में अमित कुमार, 84 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में नरसिंह यादव अपनी चुनौती पेश करेंगे। अमित लंदन ओलम्पिक में शिरकत कर चुके हैं और 2012 में उन्होंने सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
नरसिंह भी लंदन ओलम्पिक में शिरकत कर चुके हैं। वह 2010 में आयोजित सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीत चुके हैं। अमित जहां अपने बीते प्रदर्शन को सुधारने का प्रयास करेंगे वहीं नरसिंह तीन साल पहले की अपनी सफलता को दोहराने की कोशिश करेंगे।
महिला वर्ग में बबीता कुमारी (51 किलोग्राम) और गीता फोगाट (55 किलोग्राम) शामिल हैं। गीता लंदन ओलम्पिक में हिस्सा ले चुकी हैं और 2012 विश्व सीनियर कुश्ती चैम्पियनशिप में कांस्य तथा 2012 सीनियर एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। गीता की छोटी बहन बबीता ने 2012 में आयोजित विश्व सीनियर महिला कुश्ती चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। ये पहलवान सुशील और योगेश्वर की गैरमौजूदगी में भारत का नाम ऊंचा रखने का प्रयास करेंगे।
इस चैम्पियनशिप का मुख्य आकर्षण कजाकिस्तान के नियाजबेकोव दाउलेत, कजाकिस्तान की मानयुरेवा गाउजेल, ईरान के सादेह गाउदार्जी, किर्गिस्तान के मोगोमेद मुसायेव, उज्बेकिस्तान के कुर्बान कुर्बानोव और मंगोलिया की चुलुन जार्गालसिखान हैं। सादेह ने लंदन ओलम्पिक में रजत पदक जीता था और इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले वह सबसे नामी फ्रीस्टाइल पहलवान हैं। गाउजेल ने लंदन में कांस्य जीता था। इसी तरह मोगोमेद और चुलुन ने लंदन ओलम्पिक में अपने-अपने वर्ग में सातवां स्थान हासिल किया था।
कुर्बानोव ने लंदन में पांचवां स्थान प्राप्त किया था। 2012 में 120 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण जीतने वाले ईरान के हैदी परवेज जहां अपना खिताब बचाने का प्रयास करेंगे वहीं उज्बेकिस्तान के इल्मुरा तासमुरादोव 2012 में जीते गए अपने रजत पदक का रंग बदलने की कोशिश करेंगे। (एजेंसी)

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