वी के सिंह के दावों की पड़ताल कर रही है सरकार: पीएम
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वी के सिंह के दावों की पड़ताल कर रही है सरकार: पीएम

जम्मू कश्मीर में कुछ मंत्रियों को सेना द्वारा स्थिरता के नाम पर धन दिये जाने के पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह के बयान से नाराज दिखाई दे रही सरकार ने कहा कि वह सचाई का पता लगाने के लिए मामले की पड़ताल कर रही है।

प्रधानमंत्री के विशेष विमान से : जम्मू कश्मीर में कुछ मंत्रियों को सेना द्वारा स्थिरता के नाम पर धन दिये जाने के पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह के बयान से नाराज दिखाई दे रही सरकार ने कहा कि वह सचाई का पता लगाने के लिए मामले की पड़ताल कर रही है। उच्च पदस्थ सरकारी सूत्रों ने इस बात पर भी जोर दिया कि सेना का नेताओं को धन देने का कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि इन दावों की जांच किये जाने की जरूरत है क्योंकि अगर सेना द्वारा नेताओं को धन दिया गया है तो यह ‘गलत’ है।
सूत्रों ने कहा कि इस मामले में औपचारिक जांच का आदेश दिया जा सकता है। लेकिन यह संकेत भी दिया गया कि सीबीआई को अभी जांच के लिए संभवत: नहीं कहा जाएगा। सूत्रों ने ज्यादा ब्योरा नहीं देते हुए कहा, ‘‘इस समय हम दावों की अनेक स्तर पर पड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त जनरल द्वारा किये गये दावे गलत चीज के बारे में हैं और कार्रवाई करने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विशेष विमान पर मौजूद सूत्रों ने कहा, हमें पड़ताल करनी होगी। हम केवल उनके बयान के आधार पर कार्रवाई नहीं कर सकते। प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होने और राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए फेंकफुर्ट होते हुए अमेरिका के रास्ते में हैं। मनमोहन की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से प्रस्तावित मुलाकात से पहले पूर्व सेना प्रमुख के बयानों से सरकार के लिए असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
पूर्व सेना प्रमुख सिंह के बयानों पर साफ तौर पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए सूत्रों ने कहा, सेना का नेताओं को धन देने का कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा, लेकिन हम सीधे निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते। सरकार की राय है कि सेवानिवृत्त जनरल के दावे ‘गैरजिम्मेदाराना’ हैं। पूर्व सेना प्रमुख सिंह ने दावा किया था कि सेना ने स्थिरता के लिए उमर अब्दुल्ला सरकार के कुछ मंत्रियों को पैसे दिये और इस तरह की कवायद आजादी के बाद से चल रही है।
उनके दावे इन खबरों के सामने आने के बाद आये कि सेना की एक जांच में आरोप हैं कि बतौर सेना प्रमुख सिंह के कार्यकाल के दौरान स्थापित तकनीकी सहायता विभाग (टीएसडी) ने जम्मू कश्मीर के एक मंत्री को वहां सरकार को अस्थिर करने के मकसद से 1.19 करोड़ रपये दिये थे।
सू़त्रों ने कहा कि सैन्य जांच रिपोर्ट में पूरे विश्वास से यह बात नहीं कही गयी है कि पैसा मंत्रियों को दिया गया और सभी तरह के दावों की जांच की जरूरत है। अगर दावे सही हैं तो क्या यह बात साबित होती है कि प्रणाली में कुछ गलत है ? इस प्रश्न पर सूत्रों ने कहा कि अगर कोई खामी है तो उसे पाटने के लिए कार्रवाई करनी होगी।
सूत्रों ने कहा, अगर किसी ने कुछ गलत किया है। अगर चीजें हुईं और लोग छूट गये तो इसका मतलब है कि खामियां हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों से निपटने के लिए ‘स्थापित प्रक्रियाएं’ हैं। जनरल सिंह के दावों पर सीबीआई जांच की मांग उठी है और केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा था कि पूर्व सेना प्रमुख को उन लोगों के नाम बताने चाहिए जिन्होंने पैसे प्राप्त किये। जनरल सिंह ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कल कहा था कि नेताओं को दिये पैसे ‘रिश्वत’ के तौर पर नहीं थे बल्कि कल्याणकारी गतिविधियों के लिए थे। (एजेंसी)

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