वर्दी वाले दरिंदे
Advertisement
trendingNow174256

वर्दी वाले दरिंदे

पांच पुलिस वाले एक नाबालिग को तीन माह तक हवस का शिकार बनाते रहे। परेशान नाबालिग ने आत्महत्या करने की ठान ली लेकिन पड़ोस की महिला ने उसे रोका और उसके भाई को सूचित किया जिसने इलाके के पार्षद को बताया और मामला पुलिस तक पहुंचा जहां पांच पुलिस वालों पर मामला दर्ज कर लिया गया।

fallback

ज़ी मीडिया/क्राइम रिपोर्टर
पांच पुलिस वाले एक नाबालिग को तीन माह तक हवस का शिकार बनाते रहे। परेशान नाबालिग ने आत्महत्या करने की ठान ली लेकिन पड़ोस की महिला ने उसे रोका और उसके भाई को सूचित किया जिसने इलाके के पार्षद को बताया और मामला पुलिस तक पहुंचा जहां पांच पुलिस वालों पर मामला दर्ज कर लिया गया।
गैंगरेप के आरोप में चंडीगढ़ पुलिस के पांचों मुलाजिमों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। मामले में कुल 5 पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। ये लोग छात्रा को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देकर लंबे समय से उसका यौन उत्पीड़न कर रहे थे। पांचों आरोपी चंडीगढ़ पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं। इस घटना का खुलासा पीड़ित छात्रा के भाई की न्याय के लिए शुरु की गई जंग से हुआ। 10वीं क्लास में पढ़ने वाली पीड़ित के बयानों के मुताबिक, उसके साथ करीब ढाई महीने तक 5 पुलिसवालों ने गैंग रेप किया। सभी चंडीगढ़ पुलिस में काम करते हैं। लड़की का दावा है कि आरोपियों में शामिल एक अज्ञात को सामने पेश किए जाने पर वह उसे भी पहचान लेगी।
मामले में सियासी दबावों के चलते पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि आरोपी सुनील चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच में तैनात था, जबकि अन्य 4 पीसीआर विंग से जुड़े हुए थे।पीड़ित छात्रा ने आरोप लगाया कि एक कॉन्स्टेबल ने पीसीआर वैन में बंदूक दिखा कर उसके साथ रेप किया और बाद में उस कॉन्स्टेबल के चार और साथी शामिल हो गए। शिकायत में कहा गया है कि कई हफ्तों तक उसका यौन उत्पीड़न किया गया।
इस पूरे मामले में चंडीगढ़ पुलिस की फजीहत उस समय हुई जब बीजेपी के कुछ नेताओं ने मामले में दोषियों को गिरफ्तार किए जाने को लेकर दबाव बनाया। इस दबाव के चलते पुलिस ने केवल एक आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया था।
इधर, जानकारी के मुताबिक मामले में फंसा देख आरोपियों ने पीड़ित को समझा-बुझा कर मामले को रफा-दफा करवाने की कोशिशें भी कीं। पीड़ित को यह भरोसा तक दिया गया कि उसके साथ शादी कर ली जाएगी। पीड़ित के भाई के मुताबिक, उसे उसकी बहन ने सारी बातें बताई थीं और उसने न्याय के लिए लड़ाई शुरू की। तब जाकर इन दरिंदों की हरकत का पता चला। खबरों के मुताबिक, करीब तीन महीने पहले पीड़ित ने एक रिश्तेदार के साथ विवाद के बाद पुलिस को कॉल किया था। आरोप है कि फोन पर जिन कॉन्स्टेबलों ने छात्रा से बात की थी, उसमें से एक ने बयान दर्ज करने के बहाने उसका उत्पीड़न करना शुरू कर दिया। (एजेंसी)

Trending news