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नई दिल्ली: अपने टेलीविजन कार्यक्रम सत्यमेव जयते के जरिए चर्चा बटोरने वाले फिल्म अभिनेता आमिर खान ने साफ किया है कि उन्होंने अपने धारावाहिक की एक कड़ी में चिकित्सा जगत की सच्चाई दिखाई थी और उनका मानना है कि उन्होंने इस क्षेत्र से जुड़े लोगों का अपमान नहीं किया है।
आमिर के इस कार्यक्रम में दिखाए गए कड़वे सच से नाराज होकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने आमिर से माफी की मांग की थी। आईएमए 21 मेडिकल संस्थाओं की मुख्य संस्था है।
आमिर ने मुम्बई से फोन पर दिए गए इंटरव्यू में कहा कि मैं बिल्कुल भी माफी मांगने की मूड में नहीं हूं। इसका कारण यह है कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है।
कन्या भ्रूण हत्या, दहेज और बाल यौन शोषण जैसी सामाजिक बुराइयों पर प्रकाश डालने के बाद आमिर ने अपने कार्यक्रम के माध्यम से देश के स्वास्थ्य सेवाओं में जारी अनियमितताओं को उजागर किया था।
आमिर ने अपने कार्यक्रम के माध्यम से कट प्रैक्टिस, अनैतिक मेडिकल प्रैक्टिस और कई अन्य तरह की अनियमितताओं को जाहिर किया था। इनमें ऐसे लोग भी शामिल हुए, जिन्होंने यह बताया कि उनका इलाज साधारण दवाओं से हो सकता था लेकिन डॉक्टरों ने मोटी कमाई के लिए उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी।
आमिर ने कहा कि मुझे तब ज्यादा हैरानी होती, जब इस मुद्दे को लेकर विवाद नहीं होता। जो लोग इस कार्यक्रम में दिखाए गए सच से आहत हैं, वे इस समस्या की जड़ में हैं।
आमिर ने अपने कार्यक्रम में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के बोर्ड ऑफ गवनर्स के प्रमुख केके तलवार को बुलाया था और उनका एकमात्र उद्देश्य इस पेशे में मौजूद खामियों को उजागर करना था।
आमिर ने कहा, "हमने कई मौकों पर यह भी दिखाया है कि किस तरह कुछ अच्छे डॉक्टर अच्छा काम करते हुए इस पेशे की ईमानदारी को बचाए हुए हैं। हमने इस बारे में डॉक्टर देवी शेट्टी और शमित शर्मा का उदाहरण भी दिया था।"
आमिर ने इस आरोपों का खंडन किया कि उन्होंने अपने कार्यक्रम के माध्यम से इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को आहत किया है, उनका अपमान किया है। (एजेंसी)