गुजरात दंगों के बारे में जानकारी के अभाव से ग्रस्त हैं राहुल: भाजपा
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गुजरात दंगों के बारे में जानकारी के अभाव से ग्रस्त हैं राहुल: भाजपा

गुजरात में 2002 के दंगों के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि उस हिंसा को रोकने के लिए राज्य पुलिस की फायरिंग में कई दंगाई मारे गए जबकि 1984 के सिख विरोधी दंगे ‘राज्य प्रायोजित’ थे जिसे रोकने के लिए पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई और दंगाई भीड़ ‘खून का बदला खून’ के नारे लगा कर खुलेआम सिखों की हत्याएं करती रही।

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नई दिल्ली : गुजरात में 2002 के दंगों के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि उस हिंसा को रोकने के लिए राज्य पुलिस की फायरिंग में कई दंगाई मारे गए जबकि 1984 के सिख विरोधी दंगे ‘राज्य प्रायोजित’ थे जिसे रोकने के लिए पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई और दंगाई भीड़ ‘खून का बदला खून’ के नारे लगा कर खुलेआम सिखों की हत्याएं करती रही।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने राहुल को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि गुजरात दंगों के बारे में कांग्रेस उपाध्यक्ष ‘जानकारी के अभाव’ से ग्रस्त हैं और उन्होंने उस बारे में ‘जिम्मेदाराना’ बयान नहीं दिया है। गुजरात दंगों को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं होने और सिख विरोधी दंगों को रोकने के लिए तत्कालीन कांग्रेस शासन द्वारा कार्रवाई करने संबंधी राहुल के बयान को पूरी तरह गलत बताते हुए जेटली ने कहा कि सच्चाई इसके उलट है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में हजारों लोग गिरफ्तार किए गए और पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर फायरिंग की जिसमें लगभग 300 दंगाई मारे गए। हजारों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और सैंकड़ों को सजा हुई।
जेटली ने कहा कि दूसरी ओर 1984 के दंगों में 31 अक्तूबर की दोपहर को एम्स, जहां इंदिरा गांधी का पार्थिव शरीर रखा हुआ था, वहां ‘खून का बदला खून’ के नारे लगने लगे और कथित रूप से कांग्रेस नेता हजारों सिखों की हत्या करने वाली भीड़ की अगुवाई करते देखे गए। (एजेंसी)

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