मोदी के शपथ ग्रहण से दूर रहेंगे कर्नाटक, केरल के CM, जयललिता के शामिल होने पर संदेह
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मोदी के शपथ ग्रहण से दूर रहेंगे कर्नाटक, केरल के CM, जयललिता के शामिल होने पर संदेह

कर्नाटक और केरल में कांग्रेसी सरकारों के प्रमुख सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग नहीं लेंगे वहीं दूसरी ओर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता के समारोह में हिस्सा लेने पर भी संदेह बरकरार है।

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चेन्नई/बेंगलूर/तिरूवनंतपुरम : कर्नाटक और केरल में कांग्रेसी सरकारों के प्रमुख सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग नहीं लेंगे वहीं दूसरी ओर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता के समारोह में हिस्सा लेने पर भी संदेह बरकरार है।
शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे को न्यौता भेजे जाने से नाराज तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के नई दिल्ली आने में संदेह है। खबरें थीं कि वह समारोह का बहिष्कार करेंगी।
नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जयललिता के स्वयं भाग लेने या किसी प्रतिनिधि को भेजने के संबंध में हालांकि रविवार शाम तक सरकार या सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
जयललिता ने पिछले सप्ताह मोदी की ओर से राजपक्षे को न्यौता भेजे जाने को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताते हुए कहा था कि यह ‘‘गलत सलाह’’ है और इससे बचा जा सकता था क्योंकि यह कदम ‘‘पहले से जख्मी तमिल भावनाओं पर नमक छिडकने जैसा है।’’ इससे पहले जयललिता और मोदी मुख्यमंत्री के रूप में एक-दूसरे के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेते रहे हैं।
हालांकि दोनों नेताओं ने लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर निशाना भी साधा था लेकिन पिछले सप्ताह परिणाम की घोषणा के बाद जीत की बधाई भी दी। बेंगलूर में अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरम्मैया दिल्ली में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। कर्नाटक में सरकारी सूत्रों ने कोई कारण बताए बगैर कहा, ‘‘मुख्यमंत्री रविवार को दिल्ली नहीं जा रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार, सिद्धरम्मैया शहर में ही विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
मोदी को शुभकामनाएं देते हुए सिद्धरम्मैया ने पिछले सप्ताह केन्द्र से सहयोग की आशा जतायी थी। उन्होंने कहा था कि दलगत जुड़ावों से उपर उठकर केन्द्र सरकार को संविधान के अनुसार काम करना चाहिए और संघीय व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए।
वहीं कांग्रेस शासित केरल की राजधानी तिरूवनंतपुरम में अधिकारियों ने बताया कि पहले से निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्तता के कारण मुख्यमंत्री ओमान चांडी भी शपथ ग्रहण समारोह में भाग नहीं लेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, चांडी को समारोह में आने का न्यौता मिला है लेकिन उन्होंने राज्य में पहले से तय कार्यक्रमों के दबाव की बात कहते हुए मोदी से शपथ ग्रहण में आने में अपनी अक्षमता जतायी है।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चांडी दिल्ली की अगली यात्रा के दौरान मोदी से मिलेंगे। राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेता ओ. राजगोपाल ने शपथ ग्रहण समारोह में भाग न लेने के चांडी के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। (एजेंसी)

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