ओपिनियन पोल में छेड़छाड़ के मामले में केंद्र कार्रवाई करे : चुनाव आयोग
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ओपिनियन पोल में छेड़छाड़ के मामले में केंद्र कार्रवाई करे : चुनाव आयोग

कुछ संस्थाओं द्वारा ओपिनियन पोल (चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों) के नतीजों में कथित छेड़छाड़ की कांग्रेस की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार से इस मामले में ‘उचित कदम’ उठाने को कहा है।

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नई दिल्ली : कुछ संस्थाओं द्वारा ओपिनियन पोल (चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों) के नतीजों में कथित छेड़छाड़ की कांग्रेस की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार से इस मामले में ‘उचित कदम’ उठाने को कहा है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय और सूचना प्रसारण मंत्रालय को भेजे संदेश में चुनाव आयोग ने कहा है कि मामले में अवैध भुगतान के बदले में भ्रामक जानकारी प्रकाशित करने वाली झूठी रिपोर्ट तैयार करने की साजिश के आरोप हैं।
भारतीय निर्वाचन आयोग के प्रधान सचिव के. अजय कुमार ने दोनों मंत्रालयों के सचिवों को लिखा, ‘इसलिए अनुरोध किया जाता है कि आपकी तरफ से उचित कार्रवाई के लिए इस शिकायत पर तत्काल विचार किया जा सकता है।’ आयोग ने कहा कि उसे चुनावों के सिलसिले में ओपिनियन पोल करने में शामिल कुछ संस्थाओं के स्टिंग ऑपरेशन पर कांग्रेस की ओर से शिकायत मिली है।
आयोग ने कहा, ‘आरोप है कि संस्थाओं ने आम जनता के लिए आंकड़ों में हेरफेर करके ओपिनियन पोल्स के नतीजों में छेड़छाड़ करने पर सहमति जताई।’ कांग्रेस ने इस मामले में बुधवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था और प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी।
चुनाव आयोग के निर्णय पर खुशी जताते हुए एआईसीसी के कानूनी प्रकोष्ठ के सचिव के सी मित्तल ने कहा, ‘यह कार्रवाई ओपिनियन पोल्स के संबंध में सांठगांठ को, छेड़छाड़ को उजागर करेगी और उस तरीके का भी खुलासा करेगी जिसमें कुछ लोगों और पार्टियों के पक्ष में भारत की जनता को गुमराह करने के लिए फर्जी आकलन का इस्तेमाल किया जा रहा है।’
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से अनुरोध में यह मांग भी की थी कि लोकसभा चुनावों के लिए मतदान समाप्त होने से 48 घंटे बाद तक ओपिनियन पोल पर पाबंदी के निर्देश जारी करके निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत आयोग अपने अधिकारों का इस्तेमाल करे।
मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत और अन्य चुनाव आयुक्तों को लिखे पत्र में मित्तल ने आयोग के तत्काल हस्तक्षेप की और इस तरह के ओपिनियन पोल के प्रकाशन को रोकने के लिए उचित दिशानिर्देश जारी करने की मांग की थी। इसके अलावा पार्टी ने प्राथमिकी दर्ज करने और कथित घपले में शामिल लोगों पर रोक लगाने की भी मांग की थी। कांग्रेस की शिकायत एक समाचार चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद आई जिसमें दिखाया गया कि चुनाव पूर्व सर्वेक्षण करने वाली कुछ एजेंसियां पैसे लेकर नतीजों में छेड़छाड़ के लिए तैयार हो गयीं। (एजेंसी)

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