न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा वनडे नहीं जीत पाने का धोनी को मलाल
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न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा वनडे नहीं जीत पाने का धोनी को मलाल

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को मलाल है कि उनकी टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां टाई रहे तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में मौकों को भुनाने में नाकाम रही लेकिन उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि मेहमान टीम कम से कम पांच मैचों की श्रृंखला ड्रा करा सकती है।

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आकलैंड : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को मलाल है कि उनकी टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां टाई रहे तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में मौकों को भुनाने में नाकाम रही लेकिन उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि मेहमान टीम कम से कम पांच मैचों की श्रृंखला ड्रा करा सकती है।
धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘मुझे लगता है हमने अच्छी बल्लेबाजी की। लेकिन हमें उन मौकों पर गौर करना होगा जब हम आसानी से मैच जीत सकते थे, हम इन मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रहे। यह थोड़ा निराशाजनक रहा लेकिन कुल मिलाकर नतीजा अच्छा रहा क्योंकि इससे श्रृंखला में हमारी उम्मीदें जीवंत बनी हुई हैं।’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘अगर हम आज जीत जाते तो अच्छा रहता और हम श्रृंखला जीतने के बारे में सोच सकते थे। लेकिन कुल मिलाकर मैं खुश हूं कि हम आज मैच को टाई कराने में सफल रहे जिससे हमारी उम्मीदें जीवंत हैं। अगर हम श्रृंखला जीत नहीं सकते तो कम से कम ड्रा की कोशिश तो कर सकते हैं।’ भारत ने 315 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नौ विकेट पर 314 रन बनाए। रविंद्र जडेजा (नाबाद 66) ने भारत को लगभग जीत दिला ही दी थी लेकिन वह अंत में विफल रहे। भारत को अब श्रृंखला बराबर करने के लिए हैमिल्टन (28 जनवरी) और वेलिंगटन (31 जनवरी) में अंतिम दो मैच जीतने होंगे।
धोनी ने कहा कि अगर भारत न्यूजीलैंड को 314 रन से कम के स्कोर पर रोक देता तो लक्ष्य का पीछा करना आसान हो सकता था। धोनी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सीधी बाउंड्री काफी छोटी थी और 300 का स्कोर अच्छा रहता। हमारे पास उन्हें रोकने का मौका था लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए।’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘जो गेंदबाज तेज गेंदबाजी करते हैं उनका मजबूत पक्ष फुल लेंथ की गेंदें और यार्कर होते हैं और जब वह ऐसा नहीं कर पाते तो उनके खिलाफ आसानी से रन बनते हैं।’ धोनी ने जडेजा और आर अश्विन (65) की तारीफ की जिन्होंने सातवें विकेट के लिए 85 रन जोड़कर भारत की उम्मीद बनाए रखी।
उन्होंने कहा, ‘अश्विन को अंत तक बल्लेबाजी करनी च़ाहिए थी लेकिन यह पहली बार था जब वह इस तरह की स्थिति में था। मुझे निश्चित तौर पर लगता है कि वह ऐसा खिलाड़ी है जो बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी कर सकता है। उसने अपनी पावर हिटिंग में भी सुधार किया है और अब भी इस पर काम कर रहा है।’ मैन आफ द मैच रविंद्र जडेजा ने कहा कि वह टीम के लिए योगदान देकर खुश हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं काफी खुश हूं क्योंकि मैं टीम के लिए कुछ कर पाया। मैं अंतिम गेंद तक खेलना चाहता था लेकिन दुर्भाग्य से टीम को जीत नहीं दिला सका। लेकिन इस मैच से हमने काफी कुछ सीखा। मुझे लगता है कि हमने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन सीधी बाउंड्री काफी छोटी थी।’न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रैंडन मैकुलम ने भारत की जुझारू क्षमता के लिए उसकी तारीफ की। मैकुलम ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह क्रिकेट का शानदार मैच रहा। भारत ने दर्शाया कि वे क्यों विश्व की सबसे मजबूत टीमों में से एक हैं। हमने सोचा था कि हमारा स्कोर काफी मजबूत है लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा नहीं था।’
उन्होंने कहा, ‘भारत को श्रेय जाता है कि उन्होंने हार नहीं मानी और हमें लगातार दबाव में रखा।’मैकुलम को लगता है कि उनकी टीम अगर उन्हें मिले मौकों को भुनाने में सफल रहती तो मैच जीत सकती थी।
उन्होंने कहा, ‘हमें अंत में कुछ मौके मिले जिनका हम फायदा नहीं उठा पाए। इन चीजों से चोट पहुंचती है। हमने बल्लेबाजों को कुछ नहीं कहा। हमें इस पर विश्वास करते हैं कि उन्हें अपने खेल के बारे में पता है और अगर वे अच्छा प्रदर्शन करें तो वे हमें अच्छी स्थिति में पहुंचा सकते हैं।’(एजेंसी)

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