गर्दिश में सितारे: इस टेस्ट सीरीज के बाद गंभीर बीमारी के शिकार हो गए थे Virat Kohli, दिमाग से लेकर शरीर तक तोड़ देती है ये समस्या
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गर्दिश में सितारे: इस टेस्ट सीरीज के बाद गंभीर बीमारी के शिकार हो गए थे Virat Kohli, दिमाग से लेकर शरीर तक तोड़ देती है ये समस्या

भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने बीमारी से जूझने के बाद अपनी फीलिंग्स के बारे में बताया. जान लें इस मानसिक बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज का तरीका...

virat kohli's depression (सांकेतिक तस्वीर)

T20 World Cup 2021 के अपने पहले मैच में भारत की तरफ से विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार पारी खेली. हालांकि ये इनिंग भारत को जीत नहीं दिला सकी, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान ने हमेशा की तरह मजबूती से मुकाबला किया. लेकिन एक दौर ऐसा भी आया था, जब विराट कोहली अपने प्रदर्शन के कारण एक टेस्ट सीरीज के बाद डिप्रेशन (Virat kohli's depression) जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हो गए थे. उन्होंने एक इंटरव्यू में खुद इस बीमारी और उस दौरान की अपनी फीलिंग्स के बारे में बताया था.

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Virat Kohli's Depression: इस टेस्ट सीरीज के बाद डिप्रेशन के शिकार हो गए थे विराट कोहली
साल 2021 की शुरुआत में पूर्व इंग्लैंड क्रिकेटर मार्क निकोलस के साथ 'Not Just Cricket' नाम के पॉडकास्ट इंटरव्यू में विराट कोहली ने बताया था कि 2014 में इंग्लैंड टूर के बाद वो डिप्रेशन के शिकार (Virat Kohli suffered depression) हो गए थे. क्योंकि, वो पूरे दौरे खासकर टेस्ट सीरीज में रन नहीं बना पाए थे. आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली ने पांच टेस्ट मैचों की दस पारियों में 13.50 की औसत से क्रमश: 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0, 7, 6 और 20 रन बनाए थे.

विराट कोहली ने पॉडकास्ट इंटरव्यू में पूर्व क्रिकेटर मार्क को बताया, "इस टूर के बाद मैं खुद को दुनिया का सबसे अकेला इंसान महसूस करने लगा था. जिंदगी में सपोर्टिव लोगों के होते हुए भी मैं ऐसी मुश्किल फीलिंग से गुजर रहा था. क्योंकि, मुझे उस दौरान एक प्रोफेशनल हेल्प की ज्यादा जरूरत थी."

Depression: क्या है डिप्रेशन बीमारी?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक डिप्रेशन एक वैश्विक आम बीमारी है, जिससे करीबन 3.8 प्रतिशत आबादी प्रभावित है. वहीं, हेल्थलाइन बताता है कि डिप्रेशन एक मूड डिसऑर्डर है. जिसमें उदासी, अकेलापन, आक्रोश जैसी भावनाएं गंभीर रूप से महसूस होने लगती हैं. यह मानसिक समस्या आपको कई तरह से प्रभावित कर सकती है. जिसमें मूड स्विंग्स होने के कारण आपका दैनिक जीवन, काम-काज, रिश्ते आदि पर बुरा असर पड़ने लगता है. इसमें व्यक्ति दिमाग से लेकर शरीर तक टूट जाता है और लक्षणों के रूप में कई शारीरिक व मानसिक समस्याओं का सामना कर सकता है.

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डिप्रेशन के लक्षण
हेल्थलाइन के मुताबिक, व्यक्ति को निम्नलिखित शारीरिक व मानसिक लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है.

  • थकावट
  • इंसोम्निया या कम नींद आना
  • अत्यधिक नींद आना
  • लगातार शारीरिक दर्द होना
  • भूख कम या ज्यादा होना
  • मूड स्विंग्स
  • उदासी, अकेलापन, बेसहारा महसूस होना
  • किसी काम में कम ना लगना
  • ध्यान ना लगा पाना
  • मोटापा
  • हाई ब्लड प्रेशर, आदि

डिप्रेशन के कारण
वेबएमडी के मुताबिक, डॉक्टर डिप्रेशन के कारणों के बारे में एकदम पुष्टि नहीं कर पाए हैं. लेकिन उनका मानना है कि यह ब्रेन स्क्रचर और केमिकल फंक्शन में गड़बड़ी होने के कारण होता है. जिसके पीछे निम्नलिखित वजहें हो सकती हैं. जैसे-

  • शोषण या हिंसा
  • उम्र के कारण
  • कुछ दवाओं के कारण
  • लड़ाई-झगड़ा
  • किसी प्रिय से अलगाव या उसकी मौत
  • आनुवांशिक रूप से
  • लंबी शारीरिक समस्याओं के कारण
  • ड्रग्स आदि सब्सटांस मिसयूज के कारण

डिप्रेशन का इलाज
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, डिप्रेशन के कई असरदार उपाय मौजूद हैं. जिसमें बिहेवियरल एक्टिवेशन, कॉग्नीटिव बिहेवियरल थेरेपी, इंट्रापर्सनल साइकोथेरेपी, एंटी-डिप्रेसेंट दवाओं का सेवन, SSRIs, TCAs आदि दवाओं का सेवन शामिल है. डॉक्टर डिप्रेशन की जांच करने के लिए पीड़ित के शारीरिक व भावनात्मक लक्षणों के बारे में विस्तार से चर्चा कर सकता है.

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

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