गर्दिश में सितारे: Hrithik ने इस जानलेवा बीमारी के कारण तेज दर्द में गुजारे थे 2 महीने, जानें कितनी खतरनाक है ये बीमारी
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गर्दिश में सितारे: Hrithik ने इस जानलेवा बीमारी के कारण तेज दर्द में गुजारे थे 2 महीने, जानें कितनी खतरनाक है ये बीमारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बॉलीवुड एक्टर Hrithik Roshan को Bang Bang की शूटिंग के दौरान हुई थी ये समस्या, जानें इस खतरनाक बीमारी के बारे में...

सांकेतिक तस्वीर

गर्दिश में सितारे/सुरेंद्र अग्रवाल: 'Kaho Naa... Pyar Hai' मूवी ने साल 2000 में बॉलीवुड को एक हीरो नहीं, बल्कि एक सेंसेशन दे दिया था. कुछ ही समय में Hrithik Roshan रोमांटिक मूवीज की पहली पसंद बन गए और लड़कियों के दिलो-दिमाग पर राज करने लगे थे. ऋतिक रोशन बॉलीवुड के शायद पहले ऐसे हीरो थे, जो एक्शन, लुक्स, डांस, एक्टिंग, रोमांस सभी को बखूबी कर सकते थे. मगर इसी खूबी के कारण उन्हें 2013 में एक बीमारी के कारण दो महीने का समय गंभीर दर्द में गुजारना पड़ा था और इसके बाद ब्रेन सर्जरी तक करवानी पड़ी थी. 

Hrithik Roshan को इस बीमारी के कारण करवानी पड़ी ब्रेन सर्जरी
Hrithik Roshan अपने एक्शन और स्टंट सीन खुद करने के लिए जाने जाते हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रेन सर्जरी के समय पिता राकेश रोशन ने बताया कि 'Bang Bang' मूवी के लिए एक एक्शन सीन करते हुए ऋतिक को सिर में चोट लग गई थी. जिसके कुछ ही दिन बाद से उन्हें तेज सिरदर्द होने लगा था. करीब दो महीने बाद सीटी स्कैन में Hrithik Roshan के सिर में ब्लड क्लॉट होने की पुष्टि हुई. जिसके तुरंत बाद ब्रेन सर्जरी करके इस ब्लड क्लॉट को नष्ट किया गया था.

Webmd के मुताबिक, दिमाग के बाहरी हिस्से (दिमाग की dura और arachnoid परत के बीच) में ब्लड क्लॉट बनने की समस्या को subdural hematoma कहते हैं. जो कि सिर में गंभीर चोट के कारण हुई अंदरुनी रक्तस्राव (इंटरनल ब्लीडिंग) के जमने के कारण होता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऋतिक के डॉक्टर ने उन्हें subacute subdural haematoma समस्या बताई थी. वेबएमडी के मुताबिक, subdural hematoma के मरीज को सही इलाज ना मिले, तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है.

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Subdural Hematoma के लक्षण
Webmd कहता है कि Subdural Hematoma के कारण निम्नलिखित लक्षण देखने को मिल सकते हैं. जो कि ब्लीडिंग की गंभीरता पर निर्भर करते हैं. जैसे-

  • सिरदर्द
  • कंफ्यूजन
  • बिहेवियर में बदलाव
  • चक्कर
  • जी मिचलाना, उल्टी
  • थकान
  • कमजोरी
  • दिमागी दौरे पड़ना, आदि

Subdural Hematoma कितनी खतरनाक बीमारी है?
हेल्थ बेस्ड वेबसाइट के मुताबिक, Subdural Hematoma की जांच सीटी स्कैल या एमआईआई के द्वारा होती है. जो कि निम्नलिखित रूप से खतरनाक हो सकती है.

  1. Subdural Hematoma में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण मरीज की मौके पर ही मौत हो सकती है.
  2. इसके अलावा, ब्रेन सर्जरी के बाद भी मरीज में ब्लीडिंग जारी रह सकती है. जिसके कारण मरीज धीरे-धीरे कंफ्यूज रहने लगता है और फिर कुछ दिनों बाद जान गंवा देता है.

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Subdural Hematoma का इलाज कैसे होता है?
Webmd के मुताबिक, Subdural Hematoma का इलाज बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करता है. कम गंभीर ब्लीडिंग में सिर्फ मरीज को निगरानी में रखा जाता है और रेगुलर सीटी स्कैन या एमआरआई करवाई जा सकती है. ताकि ब्लड क्लॉट की गंभीरता मॉनिटर की जा सके. वहीं कुछ मामलों में निम्नलिखित सर्जरी का प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है.

Burr Hole trephination: इस सर्जरी में Subdural Hematoma के ऊपर एक होल किया जाता है और ब्लड को बाहर निकाल लिया जाता है.

Craniotomy: इस सर्जरी में स्कल का एक बड़ा हिस्सा हटाकर ब्लड क्लॉट को खत्म किया जाता है और फिर बाद में स्कल का हिस्सा वापस लगा दिया जाता है.

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

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