लॉकडाउन है तो क्या हुआ, अक्षय तृतीया पर ऐसे खरीदें सोना, छूट भी मिलेगी

सोना खरीदने के लिए अक्षय तृतीया का दिन शुभ माना जाता है. इस साल अक्षय तृतीया 26 अप्रैल को है जो कि लॉकडाउन की भेंट चढ़ गई है. लेकिन खरीदने के इच्छुक लोगों को निराश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि, भारत सरकार आपको सोना खरीदने का मौका दे रही है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 22, 2020, 07:08 PM IST
    • डिजीटल कर सकते हैं सोने की खरीदारी, सरकार हर ग्राम सोने पर 50 रुपये की छूट दे रही है
    • सरकार की गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश की न्यूनतम सीमा एक ग्राम है
लॉकडाउन है तो क्या हुआ, अक्षय तृतीया पर ऐसे खरीदें सोना, छूट भी मिलेगी

नई दिल्लीः शादी-विवाह का समय है, लेकिन इस पर लॉकडाउन भारी है. इसके साथ ही सोने-चांदी का बाजार भी बेरंग है. नहीं तो दो दिन बाद अक्षय तृतीया है और इस दिन लोग पीली धातु से अपनी झोली भरने की कोशिश जरूर करते हैं, तो इस बार लॉकडाउन के चलते अक्षय तृतीया पर सोने के गहनों की बिक्री नहीं होगी और न ही आप बाजार से इन्हें खरीद सकेंगे. सोने की खरीदारी के लिए कुछ खास मौकों की तलाश रहती है. जैसे अक्षय तृतीया, धनतेरस, दिवाली. 

अक्षय तृतीया मानी जाती है शुभ
सोना खरीदने के लिए अक्षय तृतीया का दिन शुभ माना जाता है. इस साल अक्षय तृतीया 26 अप्रैल को है जो कि लॉकडाउन की भेंट चढ़ गई है. लेकिन खरीदने के इच्छुक लोगों को निराश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि, भारत सरकार आपको सोना खरीदने का मौका दे रही है. आप इस साल सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को खरीद सकते हैं. इसका पहला इशू खुल चुका है और 24 अप्रैल तक जारी रहेगा. ग्राहक इसमें निवेश कर सकते हैं.

ऑनलाइन खरीद पर छूट
देश में लॉकडाउन की स्थिति है. जी मीडिया के मुताबिक ऐसे में आप डिजिटल या ऑनलाइन तरीके से बॉन्ड खरीद सकते हैं. डिजिटल तरीके से खरीदने पर आपको फायदा होगा. क्योंकि, सरकार हर ग्राम सोने पर 50 रुपये की छूट दे रही है. ऑनलाइन खरीदने पर कोई बॉन्ड खरीदने के लिए ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करता है तो उसे प्रति ग्राम 4589 रुपये की ही कीमत चुकानी होगी. ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर होने के बाद उनके खाते में ऑनलाइन ही गोल्ड बॉन्ड का सर्टिफिकेट आ जाएगा.

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फिजिकल सोने में कमी लाने की कोशिश 
सरकार ने साल 2015-16 के बजट में सॉवरन गोल्ड बॉन्ड स्कीम लॉन्च की थी. इसका मकसद सोने की फिजिकल डिमांड को कम करना है. इसे हर साल कई सीरिज में जारी किया जाता है. रिजर्व बैंक वित्त मंत्रालय से सलाह से इसकी अवधि तय करता है. बॉन्ड मैच्योर होने पर ग्राहकों ने जितने ग्राम सोने के लिए बॉन्ड खरीदा था, उतने ग्राम सोने की उस समय चल रही बाजार की कीमत के बराबर पैसा मिलता है. इस दौरान निवेश की गई रकम पर हर साल ढाई फीसदी का ब्याज भी मिलता है. योजना में ब्याज का भुगतान हर 6 महीने में किया जाता है.

कितना निवेश कर सकते हैं
सरकार की गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश की न्यूनतम सीमा एक ग्राम है. जहां तक अधिकतम सीमा की बात है तो एक व्यक्ति एक फाइनेंशियल ईयर में 500 ग्राम सोने के लिए निवेश कर सकता है. HUF के लिए निवेश की सीमा 4 किग्रा है. जबकि किसी ट्रस्ट के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 290 किलो है.

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