नई दिल्ली: घाटी से आतंक के सर्वनाश का समय आ चुका है. आतंक के संक्रमण के खिलाफ बहुत बड़ी जानकारी सामना आई है. ये जानकारी सेना और सुरक्षाबलों की कामयाबी का सबूत है. जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटे में 8 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है.
अभियान 'आतंक मुक्त कश्मीर' जारी
- जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ में 7 आतंकी मारे गये
- अवंतीपोरा में 3 और शोपियां में 4 आतंकी ढेर
- अवंतीपोरो में लश्कर के आतंकियों का खात्मा
- अवंतीपोरा में मस्जिद में छिपे थे तीनों आतंकी
- 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर में 8 आतंकी मारे गये
- बीती शाम शोपियां में एक आतंकी को मारा गया
अवंतीपोरा में 3, शोपियां में 4 आतंकी ढेर
जम्मू कश्मीर में शोपियां और अवंतीपोरा में हुई, जिसमें मुठभेड़ में 7 आतंकी मारे गए. सुरक्षाबलों ने शोपियां में 4 और अवंतीपोरा में 3 आतंकियों को मार गिराया. ये तीनों आतंकी एक मस्जिद में घुस गए थे. लेकिन जम्मू कश्मीर पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल कर उन्हें बाहर निकलने को मजबूर किया और ढेर कर दिया.
वहीं शोपियां में भी मुठभेड़ के दौरान 4 आतंकियों को जहन्नुम का रास्ता दिखा दिया गया. बीते 24 घंटे में शोपियां में कुल 5 आतंकियों को अल्लाह के पास भेजा जा चुका है.
शोपियां में दो हफ्ते में 22 आतंकी मारे गये
जिस शोपियां को कश्मीर में आतंक का गढ़ कहा जाता था. वहां बीते कुछ समय से आतंक का नाम ओ निशान मिटाने का अभियान चल रहा है. सुरक्षाबलों का ध्यान इस वक्त सबसे ज्यादा कश्मीर के शोपियां पर है. शोपियां में बीते 14 दिनों में 22 आतंकियों का एनकाउंटर हो चुका है.
7 जून को 5 आतंकी मारे गये. 8 जून को 4 आतंकियों को जहन्नुम भेजा गया. 10 जून को 5 आतंकी और 16 जून की सुबह 3 आतंकियों को मार गिराया गया. वहीं 18 जून को 1 आतंकी अल्लाह के पास भेजा गया और 19 जून यानी शुक्रवार को शोपियां में 4 आतंकियों का विनाश हो गया. 14 दिनों के भीतर शोपियां में 22 आतंकियों को मारा गिराया.
20202 में आतंकियों के खात्मे की लग गई सेंचुरी
2014 से अब तक आतंकियों का ख़ात्मा जिस तरीके से हुआ है उससे ये स्पष्ट है की अब कश्मीर में आतंक का काउंटडाउन तेजी के साथ चल रहा है.
साल 2014- 110 आतंकी मारे गए
साल 2015- 108 आतंकी गिराए गए
साल 2016- 150 आतंकी ढेर किए गए
साल 2017- 213 मारे गए
साल 2018- 257 आतंकी गिराए गए
साल 2019- 157 आतंकी गिराए गए
साल 2020- अब तक 103 आतंकी मारे जा चुके
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ये स्पष्ट संदेश है कि आतंकवाद के संक्रमण का अंत जरूरी है. सुरक्षाबलों का ये संकल्प है कि घाटी से आतंकवाद का सर्वनाश नजदीक है. दहशतगर्दी फैसाने वालों को ये सीधा संकेत है कि रुक जाओ वरना हो जाएगा अंत..
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