बीमार महिला को खाट पर लेकर अस्पताल पहुंचा परिवार क्योंकि गांव में अब तक सड़क नहीं है

अनूपपुर के एक गांव से कुछ ग्रामीण एक महिला को खाट पर लादकर पहुंचे थे. उन्होंने रस्सी बांधकर खाट को कंधे पर टांग रखा था. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पक्की सड़क नहीं है, जिसके कारण  महिला को अस्पताल पहुंचाने का यही तरीका था, वहीं दूसरी ओर उन्हें एम्बुलेंस की सुविधा भी नहीं मिल पाई थी. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 12, 2020, 11:21 PM IST
    • जैतहरी पंचायत के सीईओ इमरान सिद्दीकी का कहना है कि कलेक्टर ने इलाके का सर्वे का निर्देश दिया है
    • मामला सामने आया तो जागा प्रशासन, अब होगा सर्वे
बीमार महिला को खाट पर लेकर अस्पताल पहुंचा परिवार क्योंकि गांव में अब तक सड़क नहीं है

भोपालः ऐसी तस्वीरें और खबरें महज कुछ शब्द और सूचना भर नहीं हैं. यह व्यवस्था पर जोर का तमाचा भी हैं, जो तमाम दावों के बावजूद आज भी बीमार के सही सलामत अस्पताल नहीं पहुंचा पाते हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश से आया है, जहां के अनूपपुर जिले में एक बीमार महिला को ग्रामीण खाट पर ले गए. 

गांव में नहीं है पक्की सड़क
जानकारी के मुताबिक, मामला 10 अगस्त का है. अनूपपुर के एक गांव से कुछ ग्रामीण एक महिला को खाट लादकर पहुंचे थे. उन्होंने रस्सी बांधकर खाट को कंधे पर टांग रखा था. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पक्की सड़क नहीं है, जिसके कारण महिला को अस्पताल पहुंचाने का यही तरीका था, वहीं दूसरी ओर उन्हें एम्बुलेंस की सुविधा भी नहीं मिल पाई थी. 

खुली पोल तो अब होगा सर्वे
इसके बाद तस्वीरें और कहानी सामने आने के बाद वायरल हो गईं और मामला प्रशासन तक पहुंच गया. इससे अफसरों में हड़कंप मच गया. इस मामले में जैतहरी पंचायत के सीईओ इमरान सिद्दीकी का कहना है कि कलेक्टर ने इलाके का सर्वे का निर्देश दिया है.

गांव के सड़कों का हाल भी जाना जाएगा. एक तकनीकी टीम के साथ इलाके का सर्वे किया गया है. अब सर्वे के हिसाब से लोगों की मदद के लिए प्लान तैयार किया जाएगा.

देश के अन्य हिस्सों से भी आ चुकी हैं ऐसी तस्वीरें
गांव में सड़क न होना, अस्पताल से एंबुलेंस की सुविधा न मिलना या बेसिक स्वास्थ्य सुविधा में कमी की ऐसी कई तस्वीरें सामने आ चुकी हैं. अभी कुछ दिन पहले ही एक महिला को बड़े भगोने में बैठाकर अस्पताल पहुंचाने का वीडियो सामने आया था. एक और वृद्धा भी इसी तरह बांस व रस्सियों के सहारे स्ट्रेचर बनाकर अस्पताल पहुंचाई गई थी. 

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