Covid-19 Vaccine in India: जानें भारत में मौजूद कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड, कोवैक्सीन, स्पूतनिक-वी, मॉडर्ना किस तरह एक-दूसरे से अलग हैं.
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Corona Vaccines in India: भारत में अभी तक कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम (Covid Vaccination Program in India) के तहत कुल चार कोविड वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है. जिसमें कोवीशील्ड, कोवैक्सीन, स्पूतनिक-वी और मॉडर्ना वैक्सीन शामिल हैं. दो दिन पहले दवा बनाने वाली भारतीय कंपनी Zydus Cadila ने भी दुनिया की पहली प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन ZyCoV-D के इमरजेंसी यूज के लिए डीसीजीआई से मंजूरी मांगी है. अगर, बिना सुई वाली जायकोव-डी को सरकार की तरफ से मंजूरी मिल जाती है, तो यह भारत में इस्तेमाल होने वाली पांचवी कोविड वैक्सीन बन जाएगी. भविष्य में भारत और भी कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी यूज की इजाजत दे सकता है.
ऐसे में जनता के दिमाग में यह सवाल आ सकता है कि भारत में मौजूद सभी कोविड वैक्सीन में से कौन-सा कोरोना टीका उन्हें लगवाना चाहिए. इस सवाल का जवाब आसान बनाने के लिए हम यहां पर कोवीशील्ड, कोवैक्सीन, स्पूतनिक-वी, मॉडर्ना और जायकोव-डी की विभिन्न बिंदुओं पर तुलनात्मक जानकारी दे रहे हैं. जिनके बारे में सोच-विचार करके आप अपने मनपसंद कोरोना टीका का चुनाव कर सकते हैं.
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Covishield, Covaxin, Sputnik V, Moderna और ZyCoV-D की तुलनात्मक जानकारी
फैक्टर्स | Covishield | Covaxin | Sputnik V | Moderna | ZyCoV-D |
कंपनी | सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया | भारत बायोटेक | रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय | ModernaTX, Inc. | जायडस कैडिला |
राष्ट्रीयता | यूरोपीय वैक्सीन का भारतीय संस्करण | भारतीय | रशिया | अमेरिकी | भारतीय |
भारत में इमरजेंसी अप्रूवल | जनवरी, 2021 | जनवरी, 2021 | अप्रैल, 2021 | जून, 2021 | अगस्त, 2021 |
तकनीक | वायरल वेक्टर बेस्ड टेक्नोलॉजी | Whole-Virion Inactivated Vero Cell | एडेनोवायरस वेक्टर टेक्नोलॉजी | mRNA Technology | प्लास्मिड डीएनए टेक्नोलॉजी |
कुल खुराक | 2 खुराक | 2 खुराक | 2 खुराक | 2 खुराक | 3 खुराक |
खुराक का अंतराल | 12 हफ्ते से 16 हफ्ते | 4 हफ्ते से 6 हफ्ते | 21 दिन | 28 दिन | 28 दिन |
मात्रा प्रति खुराक | 0.5 मिलीलीटर | 0.5 मिलीलीटर | 0.5 मिलीलीटर | 0.5 मिलीलीटर | 3 मिलीग्राम (संभावित) |
भारत में कौन लगवा सकता है | 18 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के लोग | 18 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के लोग | 18 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के लोग | 18 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के लोग | 12 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के बच्चे व लोग |
मुख्य साइड इफेक्ट्स | इंजेक्शन वाली जगह दर्द, थकान, बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द, जी मिचलाना, आदि | इंजेक्शन वाली जगह दर्द-सूजन-लालिमा-खुजली, सिरदर्द, बुखार, शारीरिक दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, रैशेज, आदि | थकान, सिरदर्द, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द, ठंड लगना, उल्टी व जी मिचलाना, आदि | थकान, सिरदर्द, शारीरिक दर्द, ठंड लगना, बुखार, उल्टी व जी मिचलाना, आदि | अभी प्रमाणित जानकारी नहीं है |
सिंप्टोमेटिक मामलों में प्रभाव | 81.3 प्रतिशत | 78 प्रतिशत | 91 प्रतिशत | 94 प्रतिशत | 66.6 प्रतिशत |
डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ असरदार है या नहीं | अध्ययनों में असरदार मानी जा रही है | अध्ययनों में असरदार मानी जा रही है | अध्ययनों में असरदार मानी जा रही है | अध्ययनों में असरदार मानी जा रही है | कंपनी मानती है कि असरदार है |
बायो सेफ्टी लेवल | जानकारी नहीं मिली है | BSL - 3 | जानकारी नहीं मिली है | जानकारी नहीं मिली है | BSL - 1 |
स्टोरेज | 2-8 डिग्री सेल्सियस | 2-8 डिग्री सेल्सियस | 2-8 डिग्री सेल्सियस | 2-8 डिग्री सेल्सियस | 2-8 डिग्री सेल्सियस |
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