अंधेरी रात में गए थे घूमने, दिखी ऐसी चीज; लगे चिल्‍लाने-'पापा-मम्मी को बुलाओ'
Advertisement

अंधेरी रात में गए थे घूमने, दिखी ऐसी चीज; लगे चिल्‍लाने-'पापा-मम्मी को बुलाओ'

Leopard Viral Video: सोशल मीडिया (Social Media) पर इन दिनों हजारों वीडियो वायरल होते रहते हैं, उनमें से तेंदुए का एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद आप हैरान रह जाएंगे.

अंधेरी रात में गए थे घूमने, दिखी ऐसी चीज; लगे चिल्‍लाने-'पापा-मम्मी को बुलाओ'

कई बार जानवर ऐसी परिस्थिति में फंस जाते हैं, जिसमें इंसानों की मदद बेहद जरूरी होती है. पानी पीने वाला कंटेनर अचानक एक तेंदुए के गले में फंस जाता है और कई घंटों से वह उसे निकालने के लिए परेशान रहता है. हालांकि, जब लोगों के निगाह उस तेंदुए पर पड़ी तो उसे मदद की उम्मीद दिखी. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें कुछ लोग जंगल में सफारी करने के लिए गए थे, लेकिन वहां उन्होंने तेंदुए के गले में पानी पीने वाले कंटेनर को तेंदुए के गले में फंसा हुआ पाया.

  1. जंगल में सैर करने गए कुछ लोगों ने तेंदुए को देखा
  2. तेंदुए का सिर प्लास्टिक पानी के डिब्बे में था फंसा
  3. बेहोश करके उसके सिर से निकाला गया कंटेनर
  4.  

जंगल में सैर करने गए कुछ लोगों ने तेंदुए को देखा

इसके बाद वीडियो में सुना जा सकता है कि उसकी मदद के लिए उन्होंने अपने पैरेंट्स को बुलाकर मदद करने की बात कही. वहां मौजूद कुछ लोगों ने तेंदुए का वीडियो बना लिया था. वन अधिकारियों, वॉलेंटियर्स और ग्रामीणों को शामिल करते हुए एक चुनौतीपूर्ण खोज और बचाव अभियान में, महाराष्ट्र के ठाणे में प्लास्टिक के पानी के कंटेनर में सिर फंसने के लगभग 48 घंटे बाद एक तेंदुए के शावक को दर्दनाक दुर्दशा से राहत मिली. इस परेशानी ने तेंदुए को बुरी तरह से थका दिया क्योंकि वह लगभग दो दिनों तक न तो ठीक से सांस ले सका और न ही खा-पी सका था.

 

 

तेंदुए का सिर प्लास्टिक पानी के डिब्बे में था फंसा

तेंदुए को सबसे पहले ठाणे जिले के बदलापुर गांव के पास एक राहगीर ने देखा था, जिसका सिर रविवार रात प्लास्टिक के पानी के डिब्बे में फंसा था. आदमी ने अपनी कार से तेंदुए की वीडियो क्लिप शूट की, जिसमें दिखाया गया था कि तेंदुआ अपने सिर से कंटेनर को हटाने की पूरी कोशिश कर रहा था. हालांकि, बचाव दल के मौके पर पहुंचने से पहले ही तेंदुआ जंगल में चला गया था.

 

 

बेहोश करके उसके सिर से निकाला गया कंटेनर

इसके तुरंत बाद, वन विभाग के अधिकारियों, संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (एसजीएनपी), रेसकिन्क एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर (RAWW) के सदस्यों और कुछ ग्रामीणों ने एक खोज और बचाव अभियान शुरू किया. जबकि एक ग्राउंड टीम ने इलाके में गश्त की, वॉलेंटियर्स ने ग्रामीणों और अधिकारियों को सतर्क करने के लिए कहा. अधिकारी ने कहा कि बचावकर्मियों को डर था कि तेंदुआ किसी मानव बस्ती में प्रवेश कर सकता है क्योंकि यह शहरी और ग्रामीण इलाकों को जोड़ने वाले एक बहुत बड़े क्षेत्र में घूम रहा था और तेंदुए का पता लगाना एक बड़ी चुनौती थी.

मंगलवार रात को कई कॉल्स आए जब तेंदुए को एक बार फिर बदलापुर गांव के पास देखा गया. RAWW के संस्थापक पवन शर्मा ने बताया कि तेंदुए पर एक डार्ट दागा गया. इसके बेहोश होने के बाद बचावकर्मियों ने प्लास्टिक के डिब्बे को हटा दिया. जंगल में छोड़े जाने से पहले उसे अगले 24 से 48 घंटों तक निगरानी में रखा गया.

Trending news