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Trending News: भिंड के खनेता स्थित विजय राम धाम स्थित रघुनाथ मंदिर में सात दिवसीय सनातन धर्म महा समागम में चल रही है. जेसीबी और मिक्सर जैसी बड़ी मशीनों का इस्तेमाल किसी निर्माण के लिए नहीं बल्कि खाना बनाने में उपयोग हो रहा है. जेसीबी मशीन के क्या-क्या और कहां-कहां उपयोग हो सकता है, इसका नमूना भारत के अलावा दुनिया में कहीं नहीं मिल सकता है. उत्तर प्रदेश के भगवाधारी सीएम योगी आदित्यनाथ जेसीबी का उपयोग अपराधियों द्वारा अपराध के माध्यम से अर्जित की गई संपत्ति को तोड़ने में बखूबी कर रहे हैं तो भिंड जिले के एक और भगवाधारी संत राम भूषण दास महाराज लाखों लोगों के लिए प्रतिदिन बनाए जाने वाले भोजन प्रसादी के लिए जेसीबी और मिक्सर मशीन उपयोग कर रहे हैं.
JCB-मिक्सर मशीनें बना रहे भंडारे का खाना
दरअसल, भिंड जिले के खनेता गांव स्थित विजय राम धाम रघुनाथ मंदिर पर चल रहे सनातन धर्म महासम्मेलन कार्यक्रम में जहां एक ओर देश के चारों मठों के पीठाधीश्वर शंकराचार्य और देश के कोने-कोने से सनातन धर्म के प्रकांड विद्वान पहुंचकर सनातन धर्म के गूढ़ रहस्यों से धर्म प्रेमियों को परिचित करवा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर प्रतिदिन एक लाख से अधिक धर्म प्रेमी लोग पहुंच रहे हैं. उनके लिए भंडारा प्रसादी बनाने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग हो रहा है, जिनको देखकर लोग दांतों तले उंगली दबा रहे. विजय राम धाम रघुनाथ मंदिर पर प्रतिवर्ष सनातन धर्म महा समागम का सात दिवसीय आयोजन किया जाता है.
इस बार 30 जनवरी से 6 फरवरी तक यह आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में चारों मठों के पीठाधीश्वर शंकराचार्य के अलावा 3 दर्जन से अधिक जगत गुरु संत महापुरुषों के प्रवचन भी हो रहे हैं. इन संतों के आशीर्वचन सुनने के लिए आसपास के अंचल के जिलों के अलावा पड़ोसी राज्यों के भी धर्म प्रेमी श्रद्धालु लाखों की तादाद में पहुंच रहै है. विजय राम धाम रघुनाथ मंदिर के महंत राम भूषण दास जी ने बताया कि इन सभी श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी के लिए प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोगों के लिए भोजन व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिए बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है.
हलवा-पूड़ी-खीर बनाने का ऐसा इस्तेमाल नहीं देखा होगा आपने
यहां सब्जी बनाने के लिए बड़े-बड़े कड़ाहे मंगाए गए हैं, तो उन्हीं कड़ाहों में से सब्जी और खीर निकालने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग किया जा रहा है. खीर बनाने के लिए प्रतिदिन सात हजार लीटर दूध से भरा हुआ टैंकर पहुंच रहा है, तो वहीं मालपुआ का घोल बनाने के लिए मिक्सर मशीन का उपयोग किया जा रहा है. वहीं पूड़ी बनाने के लिए आटा गूंदने की एक बड़ी मशीन बुलाई गई है. सभी सामानों को भरने के लिए 50 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली लगाए गए हैं, जिनमें भरकर सामान रसोई घर से पंगत के सेक्टरों तक पहुंचाया जा रहा है.
इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए 100 बीघा से अधिक जमीन का उपयोग किया गया है, तो वहीं खाना बनाने के लिए 500 से अधिक हलवाई लगातार कार्य कर रहे हैं. 40 से अधिक भट्टियों पर पूड़ी, मालपुआ, खीर, बूंदी और सब्जी बनाई जा रही है. धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं को भोजन खिलाने के लिए भोजन शाला में 7 सेक्टरों का निर्माण किया गया है, जिसमें महिलाएं और पुरुष अलग-अलग बैठकर भोजन प्रसादी ग्रहण करते है. इसके लिए प्रत्येक सेक्टर में 2 सैकड़ा से अधिक सेवक भोजन प्रसादी परोसने का लगातार कार्य कर रहे हैं.
राजस्थान का अनोखा मंदिर, जहां JCB से बनता है चूरमा और थ्रेसर से होती है पिसाई#Rajasthan #Mandir #JCB #Bhog @priyasi90 pic.twitter.com/uA0YRoz8KN
— Zee News (@ZeeNews) February 2, 2023
सब्जी बनाने के लिए प्रतिदिन 70 से 80 क्विंटल आलू गलाए जाते हैं. वहीं मालपुआ और पूड़ी बनाने के लिए के लिए 70 से 80 क्विंटल आटा लगता है, जबकि खीर के लिए 4000 लीटर से अधिक दूध 6 क्विंटल चावल और 50 क्विंटल से अधिक ड्राई फ्रूट का उपयोग किया जाता है. खीर और बूंदी के लिए प्रतिदिन 50 क्विंटल शक्कर उपयोग हो रही है. सात दिनों में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. आपको बता दें कि सात दिवसीय सनातन धर्म महा समागम में भगवत कथा अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आनंद धाम वृंदावन स्थित स्वामी श्री श्रवणानंद सरस्वती महाराज द्वारा सुनाई जा रही है.
भगवत कथा सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होती है. कार्यक्रम में श्री राम महायज्ञ शतचंडी यज्ञ ओर कई कार्यक्रम भी किए जा रहे हैं. दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक आगंतुक विशिष्ठ विद्वान महापुरुषों के प्रवचन होते हैं. वृंदावन धाम के धार्मिक कलाकारों द्वारा रात रासलीला का भी आयोजन किया जा रहा है.
रिपोर्ट: प्रदीप शर्मा
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