सिर्फ इंसानों की ही नहीं, सामानों की भी लाशें होती हैं. जब चीजें पुरानी और बेकार हो जाती हैं, तो उन्हें छोड़ दिया जाता है, और समय के साथ वे सैकड़ों कबाड़ के रूप में इकट्ठा होकर एक 'कब्रिस्तान' का रूप ले लेती हैं. दुनिया में ऐसे कई अनोखे कब्रिस्तान हैं जो इंसानों से नहीं, बल्कि पुरानी कारों, जहाजों, और अन्य वस्तुओं से जुड़े हैं. इन जगहों की तस्वीरें आपको चौंका सकती हैं, क्योंकि इनमें छिपी कहानियां और उनकी रहस्यमय संरचना डरावनी लगती हैं. आज हम आपको ऐसे ही अजीबोगरीब कब्रिस्तानों के बारे में बताएंगे.
चीन के हांगज़ू शहर के बाहर स्थित एक अनोखा कब्रिस्तान (Car Graveyard, China) सैकड़ों इलेक्ट्रिक कारों का आखिरी ठिकाना बन गया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इन कारों की हालत अब इतनी खराब हो चुकी है कि उनके अंदर पौधे उग आए हैं. यह कब्रिस्तान चीन की इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति के एक अलग पहलू को दर्शाता है. साल 2018 के दौरान, चीन में ऑटोमोबाइल कंपनियों ने तेजी से इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करना शुरू किया, और हर नई गाड़ी में पहले से बेहतर फीचर्स दिए जाने लगे.
ग्रीस के दूसरे सबसे बड़े शहर थेसालोनिकी में स्थित एक अनोखा ट्रेन के डिब्बों का कब्रिस्तान (Train Coach Graveyard) समय के साथ एक रहस्यमयी और आकर्षक स्थल बन गया है. एटलस ऑब्सक्यूरा वेबसाइट के अनुसार, 1980 के दशक से जब भी ट्रेन के डिब्बे पुराने हो जाते थे, प्रशासन उन्हें यहां डंप कर देता था. सालों से सैकड़ों डिब्बे यहां एकत्रित होते गए, और अब यह जगह पुराने लोहे और धातुओं का अंबार बन चुकी है. इन डिब्बों को कबाड़ के रूप में बेचने की कोशिश की जाती है, लेकिन उनकी भारी मात्रा के कारण इन्हें पूरी तरह से हटाना संभव नहीं हो पाया है.
जहाजों का कब्रिस्तान एक और अनोखी जगह है, जो मानव निर्मित संरचनाओं की अंतिम मंजिल बनती है. ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में टैंगालूमा बीच के पास स्थित यह जहाजों का कब्रिस्तान (Australia Ship Graveyard) 15 डूबी हुई शिप्स का ठिकाना है. ये जहाज पानी में आधे डूबे हुए हैं और समय के साथ समुद्री जीवन का हिस्सा बन गए हैं. यह जगह अब पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुकी है, जहां लोग इन्हें करीब से देखने आते हैं.
दुनिया भर में जहाजों के ऐसे कई और कब्रिस्तान हैं. भारत में, गुजरात के खंभात की खाड़ी (Gulf of Khambhat) में पुराने और डीकमीशन किए गए क्रूज शिप्स को भेजा जाता है. यहां इन्हें स्क्रैप में बदलने के लिए तोड़ा जाता है. ये जहाजों के कब्रिस्तान न केवल औद्योगिक प्रक्रियाओं का प्रतीक हैं, बल्कि पर्यावरण और इतिहास के लिए भी जरुरी हैं.
टेलीफोन बूथ का कब्रिस्तान ब्रिटेन में 20वीं सदी के लाल रंग के टेलीफोन बूथों की याद दिलाता है. ये बूथ उस समय गली-मोहल्लों और सड़कों के किनारे बहुत आम थे. लेकिन समय के साथ जब ये बूथ पुराने हो गए और हटाए जाने लगे, तो इन्हें एक जगह इकट्ठा करके छोड़ दिया गया. ब्रिटेन के सरे के मर्सथैम में ऐसा ही एक टेलीफोन बूथों का कब्रिस्तान है, जहां ये लाल बूथ आज भी मौजूद हैं. यह जगह अब पुरानी तकनीक और समय के बदलाव की कहानी बयां करती है.
टायरों का कब्रिस्तान कुवैत में स्थित है, जहां दुनिया का सबसे बड़ा टायर कब्रिस्तान मौजूद है रॉयटर्स के अनुसार, यहां 4 करोड़ से ज्यादा पुराने टायर इकट्ठे किए गए हैं. यह जगह समय के साथ पर्यावरणीय चिंता का विषय बन चुकी है. हालांकि, अब कुवैत सरकार इन टायरों को रिसाइकिल करने की योजना बना रही है, जिससे इस समस्या को सुलझाया जा सके.
हवाईजहाज का कब्रिस्तान अमेरिका के एरिजोना में स्थित है, जिसे डेविस-मॉनथन आर्मी एयर फोर्स बेस के नाम से जाना जाता है. यह दुनिया का सबसे बड़ा हवाईजहाजों का कब्रिस्तान है. यहां 3200 से ज्यादा हवाईजहाज, 6100 इंजन, और कई अन्य कबाड़ के तौर पर चीजें रखी गई हैं. यह जगह पुराने और डीकमीशन किए गए विमानों का ठिकाना बन चुकी है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़