Ratan Tata: मुंबई के गोरेगांव में, NESCO में आयोजित गरबा कार्यक्रम के दौरान, रतन टाटा के निधन की खबर मिलते ही गरबा रोक दिया गया. उपस्थित लोगों ने मौन धारण कर और नम आँखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी2. इस भावनात्मक क्षण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.
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Ratan Tata:मुंबई के गोरेगांव में नवरात्रि के दौरान गरबा और डांडिया नाइट्स का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जा रहा था. हर साल की तरह इस साल भी हजारों लोग पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर गरबा और डांडिया खेलने पहुंचे थे. लेकिन इस बार का आयोजन एक दुखद घटना के कारण अचानक रुक गया.
रतन टाटा, जो भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक थे, का निधन हो गया. 86 वर्ष की उम्र में उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली. उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. रतन टाटा न केवल एक सफल बिजनेसमैन थे, बल्कि एक महान इंसान भी थे, जिन्होंने अपने जीवन में कई लोगों की मदद की और समाज के लिए बहुत कुछ किया.
The highlight of this Garba night was paying tribute to the Esteemed Ratan Tata Sir on his passing, coinciding with the auspicious occasion of Navratri. We sincerely hope his soul finds peace, especially on such a sacred day
Sir, you will forever be remembere pic.twitter.com/nYLO8liHf3
— Fenil Kothari October 9, 2024
गोरेगांव में चल रहे गरबा और डांडिया नाइट्स में भी रतन टाटा के निधन की खबर पहुंची. जैसे ही यह खबर फैली, वहां मौजूद हजारों लोगों ने तुरंत गरबा और डांडिया खेलना बंद कर दिया. स्टेज पर मौजूद एंकर ने माइक पर यह दुखद समाचार सुनाया और सभी से एक मिनट का मौन रखने की अपील की.
इस दौरान, बैकग्राउंड में अरिजीत सिंह का गाना ‘मैनू विदा करो’ बज रहा था, जो माहौल को और भी भावुक बना रहा था. लोग अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने लगे. कुछ लोग तो इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू बहने लगे.
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे हजारों लोग गरबा खेलते-खेलते अचानक रुक गए और रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े हो गए. इस वीडियो को देखकर लोग रतन टाटा के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं और उन्हें याद कर रहे हैं.
रतन टाटा का निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है. उन्होंने अपने जीवन में कई जरुरी कार्य किए और समाज के लिए एक मिसाल कायम की. उनके निधन से देश ने एक महान उद्योगपति और एक महान इंसान को खो दिया है.
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि रतन टाटा का प्रभाव कितना अधिक था और लोग उन्हें कितना सम्मान और प्यार करते थे. गोरेगांव में गरबा और डांडिया नाइट्स का रुकना इस बात का प्रमाण है कि रतन टाटा का नाम और उनकी यादें हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगी.