China Flood: चीन में बाढ़ से कई इलाके पानी में डूबे, वुहान वायरस के बाद क्या कृत्रिम बारिश वाला एक्सपेरिमेंट भी फेल?
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China Flood: चीन में बाढ़ से कई इलाके पानी में डूबे, वुहान वायरस के बाद क्या कृत्रिम बारिश वाला एक्सपेरिमेंट भी फेल?

Flood In China: कुदरत को कंट्रोल करने चले चीन (China) को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. बताया जा रहा है कि कृत्रिम वर्षा (Artificial Rain) कराने के चक्कर में चीन में बाढ़ आ गई है.

China Flood: चीन में बाढ़ से कई इलाके पानी में डूबे, वुहान वायरस के बाद क्या कृत्रिम बारिश वाला एक्सपेरिमेंट भी फेल?

China Artificial Rain Experiment: चीन (China) में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश (Rainfall) से हालात खराब हो गए हैं. चीन के कई इलाके पानी में डूब गए हैं और बाढ़ से काफी तबाही हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में हो रही बारिश ने 140 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. लगातार हो रही बारिश से अब तक चीन में 21 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि चीन में रिकॉर्ड तोड़ बारिश और उसके बाद उसके इलाके बाढ़ में डूब गए हैं. जानकारों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में उसके इलाकों में आए सूखे और पानी की समस्या से निपटने के लिए वो कई तरह के साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट कर रहा है जिसमें कृत्रिम वर्षा ( Cloud Seeding) कराई गई. लेकिन अब माना जा रहा है कि मौसम के साथ किए जा रहे एक्सपेरिमेंट वुहान वायरस की तरह फेल हो गए हैं.

चीन में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश

चीन में इस साल पिछले कुछ महीनों में बीजिंग और हेबेई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो रही है, उसकी वजह से नदियों में उफान आ गया है. पानी लोगों के घरों में पहुंच गया है और कई इलाकों में पीने के पानी का बड़ा संकट पैदा हो गया है.

कुदरत को कंट्रोल करना पड़ा भारी

इंटरनेशनल मीडिया के रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में साल 2021-22 में बारिश काफी कम हुई थी जिसके बाद चीन में सूखे जैसी स्थित पैदा हो गई थी. जिसके बाद पिछले साल अगस्त में चीन ने Cloud Seeding की तकनीक का इस्तेमाल किया था. चीन को ये अनुमान था कि इस साल भी चीन में सूखे की समस्या होगी ऐसे में आने वाले सूखे से निपटने के लिए चीन ने पहले से ही Cloud Seeding का इस्तेमाल किया. लेकिन चीन में टाइफून Doksuri की वजह से काफी ज्यादा बारिश हुई. Cloud Seeding और उसके बाद Typhoon Doksuri की वजह से चीन में दोगुनी वर्षा होने से हालात बेकाबू हो गए.

इस तकनीक को हथियार बना सकता है चीन

Cloud Seeding से जुड़े जानकारों के मुताबिक, चीन इस तकनीक का इस्तेमाल दुश्मन के खिलाफ हथियार के तौर पर भी कर सकता है. पिछले कुछ महीनों से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम और उत्तर प्रदेश में जिस तरह से भारी बारिश हुई और कुछ इलाकों में बाढ़ आई उससे इस बात की एक बार फिर से चिंता बढ़ गई है कि क्या चीन Cloud Seeding का इस्तेमाल भारत के खिलाफ एक हथियार के तौर पर कर रहा है या वुहान में कोविड वायरस की तरह उसका ये भी एक्सपेरिमेंट फेल हो गया है.

इकोसिस्टम से छेड़छाड़ कर रहा चीन

एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में जिस तरह से Eco System के साथ छेड़छाड़ की जा रही है उसका खामियाजा भारत को भी भुगतना पड़ रहा है. चीन ब्रह्मपुत्र नदी में आए उफान से अपनी जनता को बचाने के लिए अक्सर पानी को नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में छोड़ देता है जिससे आए दिन सैकड़ों की संख्या में लोगों की मौत होती है. साथ ही बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर का भी काफी नुकसान होता है.

चीन हिंद महासागर में मानसून पर नजर रखने के लिए 30 से ज्यादा सैटेलाइट का इस्तेमाल करता है. मानसून से जुड़े सभी डेटा का अध्ययन कर चीन एक अनुमान के आधार पर ये तय करता है कि इस बार मौसम कैसा रहेगा. ऐसे में चीन जिस तरह से मौसम को कंट्रोल कर अपने हिसाब से उसका इस्तेमाल करना चाहता है उससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि वो जरूरत पड़ने पर अपने दुश्मनों के खिलाफ इस तकनीक का इस्तेमाल हथियार के तौर पर कर सकता है.

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