Trending Photos
बीजिंग: दुनिया को कोरोना (Coronavirus) महामारी में धकेलने वाले चीन (China) को खुद भी वायरस के प्रकोप का सामना करना पड़ा है. कोरोना को लेकर चीनियों की ईटिंग हैबिट भी सवालों के घेरे में रही है, क्योंकि शुरुआत में यह अंदाजा भी लगाया गया था कि चमगादड़ खाने की वजह से ही वायरस फैला होगा. हालांकि, इसके बावजूद चीन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. चीन के यूलिन (Yulin) प्रांत में 10 दिनों तक चलने वाला डॉग मीट फेस्टिवल (Dog Meat Festival) शुरू हो गया है. माना जा रहा है कि इन 10 दिनों में 5000 से अधिक कुत्तों को मौत के घाट उतारा जाएगा.
‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पशु क्रूरता और स्वास्थ्य संबंधी खतरों को नजरअंदाज करते हुए यूलिन (Yulin) में वाला डॉग मीट फेस्टिवल शुरू (Dog Meat Festival) हो गया है. दूसरे प्रांतों से यहां बड़े पैमाने पर कुत्ते लाये जा रहे हैं, जिन्हें त्यौहार के नाम पर मौत के घाट उतार दिया जाएगा. फेस्टिवल शुरू होने से काफी पहले से ही मांस विक्रेताओं ने लोगों को आकर्षित करने के लिए कुत्तों को काटकर बकरों की तरह दुकानों पर लटकाना शुरू कर दिया था.
ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल (Humane Society International-HSI) के चाइना पॉलिसी एक्सपर्ट डॉ पीटर ली ने कहा कि COVID-19 के नए मामलों के बावजूद इस तरह के फेस्टिवल की मंजूरी बहुत भारी पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि फेस्टिवल में बड़े पैमाने पर लोग जुटेंगे, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा और कुत्ते का मांस खाकर वो उस खतरे को दोगुना कर देंगे. गौरतलब है कि Shenzhen और Zhuhai प्रांत की सरकारों ने कोरोना वायरस के मद्देनजर कुत्ते का मांस खाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.
फरवरी 2020 के अंत में, चीन ने जंगली जानवरों के के सभी व्यापार और उन्हें खाने पर रोक लगा दी थी. सरकार ने यह फैसला एक्सपर्ट्स की उस थ्योरी के बाद लिया था, जिसमें चमगादड़ से मनुष्यों में कोरोना फैलने की आशंका जताई गई थी. इसके बाद माना जा रहा था कि डॉग मीट फेस्टिवल पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. न तो सरकार और न ही चीनी नागरिक इस क्रूर परंपरा को खत्म करना चाहते हैं. जबकि इस फेस्टिवल को लेकर चीन को दुनियाभर की लानत का सामना करना पड़ता है.
इस सप्ताह की शुरुआत में एक्टिविस्ट ने यूलिन जा रहे एक ट्रक से कई कुत्तों को आजाद करवाया था. ट्रक में कुत्तों को बुरी तरह ठूंसा गया था. हालांकि, एक दूसरा ट्रक किसी तरह बचकर भागने में सफल रहा. वहीं, NoToDogMeat चैरिटी की CEO जूलिया डी कैडेट (Julia de Cadenet) ने बताया कि यूलिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कुत्तों का लाइव वध अवैध है और ऐसा करने वालों को जुर्माना भरना होगा. उन्होंने कहा कि हम अधिकारियों के संपर्क में हैं और उनसे तुरंत एक्शन लेने को कहेंगे.
Death तक किया जाता है प्रताड़ित
चीन में कुत्तों का मीट बेचने वाले व्यापारी सड़क से ही आवार कुत्ते उठा लेते हैं या फिर कई बार इन्हें लोगों के घरों से भी चुरा लिया जाता है या मालिक से खरीद लिया जाता है. इसके बाद कुत्तों को मौत तक तरह-तरह की प्रताड़ना से गुजरना होता है. कुत्तों को लोहे के पिंजरों में डाल दिया जाता है और इन्हें कई दिनों तक भूखा रखा जाता है. इनकी हत्या करने के बाद इनके मृत शरीरों को मीट मार्केट में टांग दिया जाता है. यूलिन के कई रेस्टोरेंट्स में इनका मांस परोसा जाता है. यूलिन डॉग मीट फेस्टिवल चीन में हर साल मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 2010 में हुई और तब से ये लगातार हर साल आयोजित होता रहा.