9 मई को इस्लामाबाद अदालत कक्ष के अंदर जहां इमरान खान भ्रष्टाचार की सुनवाई में भाग ले रहे थे, वहीं, से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इमरान खान के खिलाफ अरेस्ट वारंट राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने जारी किया था, लेकिन गिरफ्तार पाकिस्तान रैंजर्स ने किया.
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Pakistan Crisis: पाकिस्तान इस समय नाजुक दौर से गुजर रहा है. पाकिस्तान के सबसे बड़े न्यूज नेटवर्क में से एक पाकिस्तान टीवी पर ये बयान दिया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 9 मई को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के अंदर गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटों बाद प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए. प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक हैं. उन्होंने सेना मुख्यालय को भी निशाना बनाया.
सेना ने पिछले 75 वर्षों में 30 से अधिक वर्षों तक सीधे पाकिस्तान पर शासन किया है. नागरिक सरकारों के अधीन भी, सैन्य नेताओं ने सत्ता पर अपनी पकड़ बनाकर रखी. इस्लामाबाद के प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए उन्होंने उन राजनेताओं को आगे बढ़ाया है जिन्हें वे पसंद करते हैं और जो लाइन से हट गए हैं उन्हें सत्ता से हटा दिया.
इमरान खान को पिछले साल अप्रैल में पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद इमरान खान पाकिस्तान सेना के अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर पर हमलावर रहे. उन्होंने नसीर पर कथित हत्या के प्रयास की योजना बनाने का आरोप लगाया. शाहिद अब्बासी और नवाज़ शरीफ़ जैसे अपने पूर्ववर्तियों के विपरीत इमरान ख़ान ने अदालती पेशियों में भाग नहीं लिया और अक्सर जनरलों के खिलाफ रैली करने के लिए भव्य राजनीतिक सभाओं में जाते थे.
9 मई को इस्लामाबाद अदालत कक्ष के अंदर जहां इमरान खान भ्रष्टाचार की सुनवाई में भाग ले रहे थे, वहीं से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इमरान खान के खिलाफ अरेस्ट वारंट राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने जारी किया था, लेकिन गिरफ्तार पाकिस्तान रैंजर्स ने किया.
पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने कहा कि पाकिस्तान में किसी को कोई संदेह नहीं है कि इमरान खान के साथ जो कुछ भी किया जा रहा है, सेना उसका समर्थन करती है. बुधवार को एक अदालत ने इमरान खान को एक भ्रष्टाचार के मामले में आठ दिनों के लिए हिरासत में लेने के लिए अधिकृत किया, जिसे अल-कादिर ट्रस्ट मामला करार दिया गया, जिसमें कथित तौर पर अचल संपत्ति का हस्तांतरण शामिल है. इमरान खान अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर चुके हैं.
9 मई से जारी विरोध प्रदर्शनों में अब तक कम से कम पांच लोग मारे गए हैं. अकेले पंजाब प्रांत में 1,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सेना इमरान खान के समर्थकों को एक ऐसा समूह बता रही है जो पाकिस्तान को गृह युद्ध में धकेलना चाहता है.
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