Indian Army: बॉर्डर पर चीन की चालाकी का होगा The End! मोदी सरकार सेना को देने जा रही ये खतरनाक हथियार
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Indian Army: बॉर्डर पर चीन की चालाकी का होगा The End! मोदी सरकार सेना को देने जा रही ये खतरनाक हथियार

Indian Army Surveillance copter: पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध के देखते हुए सेना अपनी युद्ध क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर दे रही है. इसी के तहत रिमोट संचालित 80 मिनी एयरक्रॉफ्ट और 1000 सर्विलांस कॉप्टर को खरीदने का फैसला लिया गया है.

फाइल फोटो

Surveillance copter in Indian Army: भारतीय सेना ने चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर निगरानी को मजबूत करने के लिए रिमोट संचालित 80 मिनी एयरक्रॉफ्ट और 1000 सर्विलांस कॉप्टर की खरीद के लिए गुरुवार को प्रक्रिया शुरू की.

दिन-रात निगरानी करेगा एयरक्रॉफ्ट

अधिकारियों ने कहा कि रिमोट चालित मिनी एयरक्रॉफ्ट दिन-रात निगरानी करेगा. यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लक्ष्य का पता लगाने के लिए एक आदर्श मल्टी-सेंसर प्रणाली है. रिमोट संचालित विमान कार्यक्रम के लिए टेंडर जमा करने की अंतिम तारीख 16 नवंबर है. एक अधिकारी ने कहा कि यह सिस्टम लक्ष्य का पता लगाने, पहचानने और विरोधियों के स्थान की सटीक स्थिति के साथ-साथ सैनिकों के जमावड़े की हाई रिजॉल्यूशन तस्वीरें प्रदान करने में सक्षम है.

12 महीने के करनी होगी आपूर्ति

प्रारंभिक टेंडर के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के 12 महीने के भीतर ही आपूर्तिकर्ता को इनकी आपूर्ति करनी होगी. आपातकालीन खरीद प्रक्रिया के तहत फास्ट ट्रैक के माध्यम से सेना के लिए 1000 सर्विलांस कॉप्टर की खरीद का उद्देश्य चीन सीमा पर निगरानी को बढ़ावा देना है. इस हथियार के सेना में शामिल होने के बाद सेना का सर्विलांस सिस्टम और मजबूत हो जाएगा.  

सीमा पर लगातार निगरानी की जरूरत

अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर अस्थिर स्थिति के दौरान लगातार निगरानी की जरूरत है. इसलिए भारतीय सेना को निगरानी के लिए तत्काल सर्विलांस कॉप्टर की आवश्यकता है. आपको बता दें कि सर्विलांस कॉप्टर भारतीय सेना को हवाई सर्विलांस क्षमता और निरंतर सटीक जगह की निगरानी प्रदान करेगा. सर्विलांस कॉप्टर दिन-रात निगरानी करने के लिए एक आदर्श मल्टी सेंसर प्रणाली है. कार्यक्रम के लिए टेंडर जमा करने की अंतिम तारीख 17 नवंबर है. आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध के देखते हुए सेना अपनी समग्र युद्धक क्षमताओं को बढ़ा रही है और परिस्थितियों के हिसाब से खुद को एडवांस बना रही है. 

इनपुट: एजेंसी

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