करतारपुर कॉरिडोर: PAK का यूटर्न, 9 नवंबर को श्रद्धालुओं से लेगा 20 डॉलर फीस
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करतारपुर कॉरिडोर: PAK का यूटर्न, 9 नवंबर को श्रद्धालुओं से लेगा 20 डॉलर फीस

इमरान खान 1 नवंबर को ट्वीट कर घोषणाएं की थीं पाकिस्तान 9 और 12 नवंबर को श्रद्धालुओं से 20 डॉलर फीस नहीं लेगा. 

(फोटो साभार - @ImranKhanOfficial)

नई दिल्ली: करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) ने यू टर्न लिया है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान सरकार अब 9 नवंबर को तीर्थ यात्रियों से 20 डॉलर की फीस वसूली जाएगी. बता दें 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन होना है. 

बता दें 1 नवंबर को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ( Imran Khan) ने ट्वीट कर करतारपुर यात्रा के लिए आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए दो बड़ी घोषणाएं की थीं. इनमें एक घोषणा यह थी कि पाकिस्तान 9 और 12 नवंबर को श्रद्धालुओं से 20 डॉलर फीस नहीं लेगा. 

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पाकिस्तान ने अपने ट्वीट में एक दूसरी घोषणा भी की थी जिसके मुताबिक करतारपुर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पास पासपोर्ट (Passport) होना जरूरी नहीं होगा बल्कि सिर्फ एक वैद्य आईडी ही काफी होगा. 

पासपोर्ट को लेकर भी स्थित नहीं साफ
इमरान की इस घोषणा पर भी  सेना के एक बयान के बाद भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी. इसके बाद सेना के प्रवक्ता ने यह बयान दिया कि करतारपुर आने वाले श्रद्धालुओं को अपने साथ पासपोर्ट लाना होगा. हालांकि बाद में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मुहम्मद फैसल ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि इस साल करतारपुर गलियारे के उद्घाटन के अवसर पर यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट साथ लाने की बाध्यता नहीं होगी, साथ ही यात्रियों को पूरे एक साल तक इससे छूट दी जाएगी.

भारत ने कहा श्रद्धालुओं को ले जाना होगा पासपोर्ट
हालांकि भारत ने गुरुवार को कहा कि देश से जाने वाले तीर्थयात्रियों को सीमा पार करतारपुर साहिब गुरुद्वारे तक पहुंचने के लिए अपना पासपोर्ट लेकर जाना होगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां एक ब्रीफिंग में कहा कि कॉरिडोर का उद्घाटन शनिवार को किया जाने वाला है लेकिन अभी भी पाकिस्तान के सैन्य मीडिया विंग के ताजा ट्वीट के बाद भ्रम की स्थिति बनी हुई है. कुमार ने कहा कि भारत सरकार करतारपुर गलियारे पर दोनों पक्षों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौते के तहत काम करेगी.

उन्होंने कहा, "एक द्विपक्षीय दस्तावेज है, जो दोनों पक्षों के बीच हस्ताक्षरित किया गया है. यह स्पष्ट रूप से यात्रा को शुरू करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों को निर्दिष्ट करता है."

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