Pak Economic Crisis: संयुक्त अरब अमीरात ने पकिस्तान को दिवालिया होने से बचाया, जानिए कितना दिया कर्ज
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Pak Economic Crisis: संयुक्त अरब अमीरात ने पकिस्तान को दिवालिया होने से बचाया, जानिए कितना दिया कर्ज

Pakistan debt crisis: महंगाई और भूखमरी से जूझ रहे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है. संकट से घिरे पाकिस्तान को इस समय यूएई का साथ मिला है. खबर है कि यूएई ने दो अरब डॉलर का कर्ज रोलओवर करने के साथ ही एक अरब डॉलर का अतिरिक्त कर्ज पाकिस्तान को देने की बात कही है.

फाइल फोटो

Pakistan Bankruptcy: पाकिस्तान को संयुक्त अरब अमीरात ने दिवालिया होने से बचा लिया है. यूएई ने दो अरब डॉलर का कर्ज रोलओवर करने के साथ ही एक अरब डॉलर का अतिरिक्त कर्ज पाकिस्तान को देने की बात कही है. पाकिस्तान के लिए यह कर्ज काफी महत्वपूर्ण साबित होगा, क्योंकि उसे आगामी छह माह के अंदर 13 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना भी है. पाकिस्तान की इस संकट की घड़ी में यूएई ने अहम फैसला पाकिस्तान के पक्ष में लिया है. यह जानकारी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी प्रेम विज्ञप्ति के माध्यम से मिली और यूएई का आभार भी व्यक्त किया है.

दिवालिया होने का खतरा अभी भी बरकरार

संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद पहले ही पाकिस्तान को दो अरब डॉलर दे चुके है. आर्थिक तंगी व महंगाई से जूझ रहा पाकिस्तान इसे चुका पाने में असमर्थ रहा. इसको लेकर पाकिस्तान को दिवालिया घोषित होने का खतरा मंडरा रहा था. तभी प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद ने उन्हें एक और मौका देते हुए कुछ और धनराशि देने पर सहमति जताई है. इसके अलावा पूर्व में दिए गए पैसों पर रोलओवर कर राहत दी है. बताते चले कि नौ साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुकी विदेशी मुद्रा भंडार के कारण पाकिस्तान के ऊपर दिवालिया का खतरा अभी बना हुआ है क्योंकि 2014 में पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक का विदेशी मुद्रा भंडारा 4.34 अरब था और आज फिर से उतना ही आ गया है.

यूएई दौरे पर गए शहबाज शरीफ, निवेश पर की चर्चा

दिवालिया घोषित होने से बचने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ दो दिवसीय यूएई दौरे पर गए हैं. वहां पर वह द्विपक्षीय व्यापार और निवेश पर चर्चा कर हालात को सुधारने का प्रयास करेंगे. अबूधाबी पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले यूएई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने निवेश द्विपक्षीय व्यापार पर कुछ चर्चा की. माना जा रहा है कि पाकिस्तान के लिए यह दौरा बड़ा अहम साबित होने वाला है. पाकिस्तान सबसे पहले आयात पर लगे कड़े नियंत्रण को समाप्त कर सकता है ताकि विदेशी मुद्रा को बढ़ाया जा सके. पाकिस्तान को यह कर्ज अब मार्च तक चुकाना होगा.

1.2 अरब कर्ज ही चुका पाया पाकिस्तान

मार्च 2023 तक पाकिस्तान को 13 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है, मगर अभी तक 1.2 अरब डॉलर ही चुका पाया है. ऐसे में इतनी बड़ी रकम को चुका पाना बहुत मुश्किल माना जा रहा है. इसलिए पाकिस्तान पर दिवालिया होने का खतरा लगातार बना हुआ है. देखना यह होगा कि मार्च तक पाकिस्तान अपने इस कर्ज को कैसे और कितना कम कर पाएगा. इसके लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूएई की भी मदद लेंगे ताकि विदेशी मुद्रा में बढ़ोतरी हो और आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्तान राहत की सांस ले. इस दौरे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने यूएई के प्रधानमंत्री से इस कर्ज चुकाने की तिथि को आगे बढ़ाने को भी कहा है.

सऊदी की जमा रकम को बढ़ाने पर होगी चर्चा

पाकिस्तान की विदेशी मुद्रा भंडार में आ रही गिरावट को बढ़ाने के लिए जल्द ही फैसला आ सकता है. सऊदी किंग क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बीते हफ्ते पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक में सऊदी की जमा रकम को बढ़ाने के लिए मंत्रालय को कहा था, मगर अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्रालय अब इस पर अपना फैसला सुनाएगा. इससे पाकिस्तान को सबसे ज्यादा राहत मिलने वाली है. यहीं नहीं महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान को कर्ज चुकाने में भी मदद मिल सकती है.

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