झारखंड की पलामू लोकसभा सीट को दो जिले पलामू और गढ़वा की सात विधानसभा सीटों पलामू, डाल्टनगंज, गरहवा, भगवंतपुर, बिस्वरामपुर, छतरपुर और हुसैनाबाद को मिलाकर बनाया गया है. पहले इस सीट का नाम पलामू-हजारीबाग-रांची था. पहले आम चुनाव 1952 में पलामू से कांग्रेस के गजेंद्र प्रसाद सिन्हा सांसद चुने गए थे. पलामू सीट पर शुरुआत के दिनों में कांग्रेस का दबदबा रहा. इसके बाद आरजेडी, वहीं अब यह सीट भाजपा के पास है. 1952 से अब तक यहां सबसे ज्यादा छह बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है. भाजपा ने पांच बार इस सीट पर कब्जा जमाया है. लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में पलामू सीट पर भाजपा के उम्मीदवार विष्णु दयाल राम सांसद चुने गए थे. भाजपा ने 2024 में भी उन्हीं पर भरोसा जताया है. पलामू में खेरवार, चेरो, उरांव, बिरजिया और बिरहोर प्रमुख जनजातियां रहती हैं. यहां के खेरवार अपने-आपको सूर्यवंशी क्षत्रिय बताते हैं और अयोध्या से सीधा नाता बताते हैं.
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