Delhi Ke Haunted Places: दिल्ली एक ऐसा शहर है जो न सिर्फ अपने इतिहास और शानदार वास्तुकला के लिए जाना जाता है. बल्कि यहां कई रोंगटे खड़े करने वाली घटनाएं भी हुई हैं जिसकी चीख-पुकार आज भी कई इमारतों से सुनाई देती है. अगर आप रोमांच पसंद करते हैं और भूत-प्रेत पर विश्वास नहीं करते हैं तो दिल्ली की इन 5 सबसे भूतिया जगहों पर जाने का रिस्क ले सकते हैं.
यह किला 14वीं सदी में फिरोजशाह तुगलक द्वारा बनवाया गया था. आज यह खंडहरों में तब्दील हो चुका है और माना जाता है कि यहां पर सूरज ढलने के बाद जिन्न घूमते हैं. यहां तक कि कुछ लोगों का कहना है कि वे हर गुरुवार को जिन्न को खुश करने के लिए मोमबत्तियां, अगरबत्ती और प्रसाद चढ़ाते हैं.
दिल्ली में खूनी दरवाजा नाम की एक प्रसिद्ध जगह है. इस दरवाजे को 17वीं सदी में शाहजहां द्वारा बनवाया गया था. कहा जाता है कि इस दरवाजे के पीछे मुगल राजवंश के कई राजकुमारों को मार डाला गया था और उनकी आत्माएं आज भी यहां भटकती हैं. रात के समय यहां अजीब सी आवाजें आने की भी बातें सामने आती हैं.
यह 100 से अधिक सीढ़ियों वाला कुआं है. इसे 14वीं सदी में महाराजा अग्रसेन द्वारा बनवाया गया था. कहा जाता है कि यहां कई रहस्यमयी घटनाएं घटती हैं. कुछ लोगों का कहना है कि रात के समय यहां अजीब सी आवाजें आती हैं और कुछ का कहना है कि यहां पर लोगों को धक्का भी महसूस होता है.
जमाली कमाली का मकबरा 16वीं सदी में बनाया गया था. यह मीराना जहीर-उद-दीन और उनकी पत्नी कमाली के मकबरे हैं. माना जाता है कि इन दोनों की आत्माएं आज भी इस मकबरे में भटकती हैं. कहा जाता है कि रात के समय यहां रोने की आवाजें आती हैं.
भूली भटियारी का महल के बारे में कहा जाता है कि यहां एक राजकुमारी की आत्मा रहती है, जिसे उसके प्रेमी से जबरन अलग कर दिया गया था. कहा जाता है कि महल में हमेशा रोने की आवाजें आती रहती हैं. लोगों का कहना है कि शाम के बाद इस जगह पर नहीं खतरे से खाली नहीं है.
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