BJP Observers Name: बीजेपी ने 3 राज्यों में विधायक दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षकों के नाम तय कर दिए हैं. राजस्थान के लिए राजनाथ सिंह, सरोज पांडेय और विनोद तावड़े पर्यवेक्षक बनाए गए हैं. मध्य प्रदेश के लिए मनोहर लाल, के लक्ष्मण और आशा लाकड़ा को ये जिम्मेदारी दी गई है. जबकि छत्तीसगढ़ के लिए सर्वानंद सोनोवाल, अर्जुन मुंडा और दुष्यंत गौतम को पर्यवेक्षक बनाया गया है. ये सभी 9 पर्यवेक्षकर मिलकर बीजेपी के लिए 3 तीन मुख्यमंत्री चुनने वाले हैं. आइए इनके बारे में जाते हैं.
सरोज पांडे को राजस्थान का पर्यवेक्षक बनाया गया है. सरोज पांडे राज्यसभा सांसद हैं. सरोज पांडे का नाम लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज है. वह एक ही समय पर एमपी, एमएलए और मेयर रह चुकी हैं. सरोज पांडे का जन्म 22 जून 1968 को हुआ था. राज्यसभा सांसद होने के अलावा सरोज पांडे भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव भी रही हैं. इससे पहले सरोज पांडे दुर्ग से लोकसभा सांसद रही हैं. सरोज पांडे छत्तीसगढ़ की विधायक भी रह चुकी हैं.
राजनाथ सिंह को भी राजस्थान का पर्यवेक्षक बनाया गया है. राजनाथ सिंह देश के 29वें रक्षामंत्री हैं. राजनाथ सिंह 2005 से 2009 तक और फिर 2013 से 2014 तक भारतीय जनता पार्टी के 8वें अध्यक्ष रहे. राजनाथ सिंह बीजेपी के एक अनुभवी नेता हैं, जिन्होंने अपना करियर आरएसएस स्वयंसेवक के रूप में शुरू किया था. राजनाथ सिंह इससे पहले 2000 से 2002 तक उत्तर प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री और 1999 से 2000 तक वाजपेयी सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग के कैबिनेट मंत्री और 2003 से 2004 तक कृषि मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं. राजनाथ सिंह 1988 से 1990 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे. वह दो बार मुख्यमंत्री रहते हुए यूपी के हैदरगढ़ से विधायक रहे. राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद हैं.
विनोद तावड़े को राजस्थान का पर्यवेक्षक बनाया गया है. उनका पूरा नाम विनोद श्रीधर तावड़े है. विनोद तावड़े का जन्म 20 जुलाई 1963 को हुआ था. विनोद तावड़े महाराष्ट्र के नेता है. विनोद तावड़े पार्टी की महाराष्ट्र यूनिट के महासचिव, मुंबई के अध्यक्ष, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद के सदस्य और 12वीं और 13वीं लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी की समन्वय समिति के प्रमुख सदस्य थे. विनोद तावड़े की स्कूल शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा, खेल और युवा कल्याण, अल्पसंख्यक विकास के साथ-साथ मराठी भाषा और संस्कृति मंत्री थे. महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य के रूप में यह उनका लगातार तीसरा कार्यकाल है. इससे पहले वह महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता थे.
मनोहर लाल खट्टर को मध्य प्रदेश पर्यवेक्षक बनाया गया है. मनोहर लाल खट्टर अभी हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं. सीएम के तौर पर खट्टर का ये दूसरा कार्यकाल है. मनोहर लाल खट्टर का जन्म 5 मई, 1954 को रोहतक के निंदाणा गांव में हुआ था. मनोहर लाल खट्टर साधारण किसान परिवार से हैं. भारत के बंटवारे से पहले मनोहर लाल खट्टर के पूर्वज पश्चिमी पंजाब में रहते थे. मनोहर लाल खट्टर 1977 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े थे. फिर 1994 में बीजेपी में आए थे. 2014 के हरियाणा विधान सभा चुनाव में मनोहर लाल खट्टर ने करनाल से चुनाव लड़ा था और बड़ी जीत हासिल की थी.
के लक्ष्मण को भी मध्य प्रदेश का पर्यवेक्षक बनाया गया है. के लक्ष्मण अभी राज्यसभा सांसद हैं. इसके अलावा के लक्ष्मण ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष हैं. के लक्ष्मण तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं. के लक्ष्मण मुर्शिदाबाद से विधायक रह चुके हैं. के लक्ष्मण ने हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. के लक्ष्मण ने पीएचडी की है.
आशा लाकड़ा को भी मध्य प्रदेश में पर्यवेक्षक के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है. आशा लाकड़ा अभी बीजेपी की नेशनल सेक्रेटरी हैं. आशा लाकड़ा झारखंड से ताल्लुक रखती हैं. आशा लाकड़ा रांची की मेयर भी रह चुकी हैं. 1999 से 2010 तक आशा लाकड़ा एबीवीपी में कई अहम पदों पर रह चुकी हैं. आशा लाकड़ा झारखंड के गुमला जिले के चुरु गांव की रहने वाली हैं. आशा लाकड़ा के पिता सीआरपीएफ में जवान थे. आशा लाकड़ा बहुत ही साधारण परिवार से हैं. आशा लाकड़ा के अलावा उनके परिवार को कोई भी सदस्य राजनीति में नहीं है.
अर्जुन मुंडा को छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक बनाया गया है. अर्जुन मुंडा अभी केंद्रीय मंत्री हैं. अर्जुन मुंडा के पास ट्राइबल अफेयर्स की जिम्मेदारी है. अर्जुन मुंडा खूंटी लोकसभा से सांसद भी हैं. इससे पहले अर्जुन मुंडा झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अभी वे आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी हैं. अर्जुन मुंडा का जन्म 3 मई 1968 को हुआ था. अर्जुन मुंडा ने इग्नू से पढ़ाई की है. बीजेपी ने अब उन्हें एक और जिम्मेदारी देते हुए छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक बनाया है.
सर्वानंद सोनोवाल को भी छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक बनाया गया है. सर्वानंद सोनोवाल असम के पूर्व सीएम हैं और अभी केंद्रीय मंत्री हैं. उनके पास मिनिस्ट्री ऑफ पोर्ट्स शिपिंग एंड वाटरवेज की जिम्मेदारी है. सर्वानंद सोनोवाल का जन्म 31 अक्टूबर 1962 को असम के डिब्रूगढ़ में हुआ था. सर्वानंद सोनोवाल ने एलएलबी और बीसीजे की पढ़ाई की है. सर्वानंद सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है.
दुष्यंत कुमार गौतम को भी छ्त्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक बीजेपी ने नियुक्त किया है. दुष्यंत कुमार गौतम बीजेपी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी हैं. इससे पहले दुष्यंत कुमार गौतम राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. दुष्यंत कुमार गौतम उत्तराखंड बीजेपी के प्रभारी की भूमिका भी निभा चुके हैं. दुष्यंत कुमार गौतम दिल्ली विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. दुष्यंत कुमार गौतम ने राजनीति में कदम तब रखा था जब देश में आपातकाल लगा हुआ था. दुष्यंत कुमार गौतम ने इस दौरान दलितों के मुद्दों को खूब उठाया था. दुष्यंत कुमार गौतम तीन बार बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
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